ई-मित्र, बैंक बंद, पानी के लिए त्राहिमाम! ग्रामीणों ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी

उदयपुर। उदयपुर जिले के खेरवाड़ा तहसील स्थित बावलवाड़ा कस्बे में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है, जिससे ग्रामीणों का जीवन ठहर सा गया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि 33केवी बिजली सब स्टेशन होने के बावजूद उन्हें लगातार लो-वोल्टेज और अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
लो-वोल्टेज का कहर: ठप हुई जलापूर्ति
ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग बिना किसी पूर्व सूचना के घंटों तक बिजली गुल रखता है। और जब बिजली आती भी है, तो वोल्टेज इतना कम होता है कि घरों में लगी पानी की मोटरें तक नहीं चल पातीं। इस स्थिति के चलते जलापूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हो गई है, और लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
ई-मित्र और बैंक का कामकाज ठप
बिजली संकट का असर केवल घरों तक सीमित नहीं है। कस्बे में ई-मित्र केंद्र, बैंक और सभी कॉमर्शियल दुकानें का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। कम वोल्टेज के कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जलने का खतरा भी बना हुआ है। घरेलू कामकाज के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। बार-बार शिकायत के बावजूद बिजली विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
उपलापाड़ा में 10 दिन से घनघोर अंधेरा
मामला तब और गंभीर हो जाता है जब ग्राम पंचायत नयागांव की उपलापाड़ा बस्ती के 26 घरों में पिछले 10 दिन से बिजली सप्लाई पूरी तरह बंद है। शिकायत करने पर न तो लाइनमैन समाधान कर रहा है, और न ही एईएन या जेईएन अधिकारियों के फोन उठा रहे हैं।
नयागांव के पूर्व सरपंच मनसुख डामोर ने बताया कि शाम होते ही पूरी बस्ती में अंधेरा छा जाता है। ग्रामीणों ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि अगले दो दिन में बिजली सप्लाई बहाल नहीं की गई तो वे जोरदार धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे।
