
उदयपुर के चर्चित और दिल दहला देने वाले कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ शुक्रवार 11 जुलाई को देशभर के लगभग 3500 सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। फिल्म को लेकर जहां एक ओर लोगों में इसकी रिलीज को लेकर उत्सुकता है, वहीं दूसरी ओर इसका कानूनी और सामाजिक स्तर पर विरोध भी देखने को मिल रहा है।
क्या है फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’?
‘उदयपुर फाइल्स’ वर्ष 2022 में दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या पर आधारित है, जिसे दो आरोपियों ने दिनदहाड़े दुकान में गला रेतकर अंजाम दिया था। यह हत्याकांड पूरे देश को हिला देने वाला था और इसके पीछे कथित धार्मिक कट्टरता से जुड़ी सोच का जिक्र किया गया था।
फिल्म के निर्माता अमित जानी और निर्देशक भारत सिंह श्रीनेत हैं। इसमें कन्हैयालाल का किरदार विजय राज ने निभाया है, जबकि अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाओं में रजनीश दुग्गल, प्रीति झांगियानी, कमलेश सावंत, मुश्ताक खान, एहसान खान आदि शामिल हैं।
क्यों है विवादों में फिल्म?
फिल्म के ट्रेलर में नूपुर शर्मा के बयान, ज्ञानवापी विवाद, और कुछ राजनीतिक संदर्भों को दिखाया गया है, जिसे लेकर कुछ वर्गों में आपत्ति जताई जा रही है।
इस पर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसकी सुनवाई आज संभावित है। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में दलील दी है कि फिल्म समाज में वैमनस्य फैला सकती है।
हालांकि, कन्हैयालाल के बेटे यश तेली का कहना है कि उन्होंने खुद फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कपिल सिब्बल को मूवी दिखाई, जिसमें कोर्ट को जानकारी दी गई है कि फिल्म किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह एक सच्ची घटना को दर्शाती है।
सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से किया इनकार
इससे पहले फिल्म पर रोक लगाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दी गई थी, जिसे आरोपी मोहम्मद जावेद की ओर से दाखिल किया गया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि यदि कोई आपत्ति है तो हाईकोर्ट जाएं।
उदयपुर के सिनेमाघरों में भी होगी रिलीज
फिल्म को उदयपुर शहर के तीन प्रमुख सिनेमाघरों में भी रिलीज किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है ताकि किसी भी प्रकार की अशांति या प्रदर्शन से बचा जा सके।
एनआईए की चार्जशीट और मामला
इस मामले में एनआईए ने 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। इनमें मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज अत्तारी के साथ-साथ पाकिस्तान से जुड़े अबू इब्राहिम और सलमान को भी फरार बताया गया था।
9 फरवरी 2023 को विशेष अदालत ने हत्या, आतंकी साजिश और यूएपीए जैसे गंभीर धाराओं में आरोप तय किए थे।
निष्कर्ष:
‘उदयपुर फाइल्स’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक ऐसी घटना की सिनेमाई प्रस्तुति है, जिसने देश को झकझोर कर रख दिया था। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत का क्या रुख रहता है और जनता इस फिल्म को किस नजर से देखती है — एक सच्चाई का आईना या विवादों की आग।