उदयपुर फायरिंग केस: हिस्ट्रीशीटर दलपत सिंह समेत तीन आरोपी गिरफ्तार, चार पिस्टल और 19 जिंदा कारतूस बरामद

उदयपुर शहर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र में 23 मार्च को युवक चतर सिंह सोलंकी पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चार पिस्टल और 19 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर दलपत सिंह, राजेंद्र सिंह देवड़ा और किशन खटीक शामिल हैं। दलपत सिंह वर्ष 2014 में हुए चर्चित प्रवीण पालीवाल हत्याकांड का आरोपी रह चुका है और उस पर 10,000 का इनाम भी घोषित था। पुलिस के अनुसार, दलपत सिंह ने हिरण मगरी सेक्टर-3 के ऋषि नगर निवासी चतर सिंह सोलंकी पर 23 मार्च को सुबह करीब 7:30 बजे उसके घर पर फायरिंग करवाई थी। इस फायरिंग को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान रघुवीर सिंह देवड़ा उर्फ विशाल और सुभाष लोहार  के रूप में हुई है। फायरिंग की पृष्ठभूमि में एक जमीन सौदे को लेकर हुआ विवाद सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, चतर सिंह, दलपत और उनके अन्य साथियों ने एक जमीन का सौदा किया था। सौदा टूटने पर सामने वाली पार्टी को पैसा लौटाना था, जिसमें चतर सिंह और अन्य सहमत थे, लेकिन दलपत सिंह ने पैसे वापस देने से इनकार कर दिया। जब चतर सिंह ने बार-बार दबाव बनाया तो दलपत नाराज हो गया और उसे डराने के लिए फायरिंग की साजिश रची। हिरण मगरी और जीएसटी थाना पुलिस को सूचना मिली कि दलपत सिंह अपने साथियों के साथ शहर के आसपास एक पोलो कार में घूम रहा है। इस पर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। उनके पास से चार पिस्टल और 19 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। एसपी योगेश गोयल ने बताया कि दलपत सिंह की प्रवीण पालीवाल गैंग के प्रवीण वशिष्ठ से पुरानी रंजिश रही है, जिसके चलते वह हथियारों के साथ घूम रहा था। पुलिस अब आरोपियों के नेटवर्क और अन्य वारदातों में उनकी संलिप्तता की भी जांच कर रही है।

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