शादी-ब्याह का धमाका! 64 सावे, 3 लाख करोड़ की कमाई और 2 लाख को रोजगार

1 नवंबर से शुरू होगा वेडिंग सीजन, घोड़ी, बैंड और बारात से गूंजेगा प्रदेश – शादी सीजन से खिलेगा बाजार

पल पल राजस्थान/ महावीर व्यास

उदयपुर। देवउठनी एकादशी (1 नवंबर) के साथ ही प्रदेश में शादियों का मौसम शुरू होने जा रहा है, जो अगले साल 11 जुलाई (देवशयनी एकादशी) तक चलेगा। इन 9 महीनों में कुल 64 सावे (शुभ विवाह मुहूर्त) रहेंगे। अनुमान है कि इस दौरान 3 से 3.5 लाख शादियां होंगी और करीब 3 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वेडिंग सीजन का यह व्यापार राज्य के वार्षिक जीएसटी कलेक्शन का 80% से अधिक योगदान देता है। पिछले सीजन में जीएसटी संग्रह में 8.74% की वृद्धि दर्ज की गई थी।
फरवरी तक बुक हुए गार्डन, बढ़ी मांग
ऑल इंडिया टैंट डेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल ने बताया कि प्रदेश के 18 हजार मैरिज गार्डन फरवरी तक पूरी तरह बुक हो चुके हैं। वहीं, एफटीआईआई के प्रदेश अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने कहा कि वेडिंग सीजन से ज्वेलरी, परिधान, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड इंडस्ट्री और होटल कारोबार को बड़ा लाभ मिलेगा।
कई व्यापारियों का 90% कारोबार इन्हीं महीनों में होता है।
मध्यम वर्ग खर्च करेगा 8 से 20 लाख, हाई प्रोफाइल शादियां 2 करोड़ तक
मध्यम वर्ग की शादियों में औसतन 8 से 20 लाख रुपए तक का खर्च होगा। जबकि 30 से 35 हजार शादियां ऐसी होंगी जिनका बजट 2 करोड़ रुपए तक पहुंचेगा।
दो लाख से अधिक लोगों को रोजगार
वेडिंग सीजन से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 2 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। इनमें टेंट-डेकोरेटर, फोटोग्राफर, हलवाई, बैंड-बाजा, कैटरिंग, होटल, ज्वैलर, ब्यूटी सर्विस, ट्रांसपोर्ट, कार्ड प्रिंटिंग, मिठाई और गिफ्ट व्यापारी शामिल हैं।
21 सावे पर सरकारी छुट्टी
इस बार 64 विवाह तिथियों में से 21 सावे पर सरकारी अवकाश रहेगा, जिससे लोगों की शादियों में अधिक भागीदारी संभव होगी। पिछले सीजन में यह संख्या 12 थी।
फरवरी-मार्च रहेंगे सबसे व्यस्त
इस बार सबसे ज्यादा सावे फरवरी और मार्च में रहेंगे। मौसम सुहावना होने से इस दौरान गार्डन, होटल, डेकोरेशन और कैटरिंग की बुकिंग सबसे अधिक रहेगी।
अर्थव्यवस्था की रीढ़ बना वेडिंग सीजन
राज्य का वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल जीएसटी कलेक्शन 54,785 करोड़ रुपए रहा, जिसमें से 44,122 करोड़ रुपए सिर्फ वेडिंग सीजन में मिले। विशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष यह आंकड़ा और बढ़ सकता है, जिससे राजस्थान की स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी।

इस सीजन ये रहे 64 विवाह मुहूर्त नवंबर : 1, 2, 22, 23, 24, 25, 27, 29, 30 दिसंबर 4, 5, 6, 11 जनवरी : 22, 23, 25, 28 फरवरी 5, 6, 8, 12, 14, 19, 20, 21, 24, 25, 26 मार्च 1, 3, 4, 7, 8, 9, 11, 12 अप्रैल 15, 20, 21, 25, 26, 27, 28, 29 मई 6, 13, 23, 25, 26, 28, 29 जून 1, 2, 4, 5, 11, 19, 21 और 28 जुलाई 1, 6, 7, 11

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