
अजमेर, राजस्थान – अजमेर के समर्पण अस्पताल में एक 23 वर्षीय विवाहित महिला की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही और गलत इलाज के कारण महिला की जान गई।
क्या है पूरा मामला?
परबतसर तहसील के थांवला निवासी नीतू कंवर (23) को गांठ होने की समस्या के चलते समर्पण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृतक के भाई गिरधर सिंह ने बताया कि ऑपरेशन से पहले उनकी बहन पूरी तरह स्वस्थ थी और बातचीत भी कर रही थी। हालांकि, ऑपरेशन के बाद उनकी हालत बिगड़ गई और गलत दवाइयां दिए जाने के कारण उनकी मौत हो गई।
अस्पताल के बाहर परिजनों का विरोध
नीतू कंवर की मौत की खबर सुनते ही उनके पीहर (मायके) और ससुराल पक्ष के लोग अस्पताल पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने अस्पताल के अंदर घुसने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस से उनकी बहस भी हुई। स्थिति को देखते हुए 4 थानों की पुलिस को मौके पर तैनात किया गया। एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया।
परिजनों की प्रमुख मांगें
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के सामने अपनी तीन प्रमुख मांगें रखीं:
- मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
- लापरवाही करने वाले डॉक्टर का लाइसेंस रद्द किया जाए।
- अस्पताल को स्थायी रूप से बंद किया जाए।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बाद, पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से बातचीत की। दोनों पक्षों के बीच सहमति बनने के बाद शव को जवाहरलाल नेहरू (जेएलएन) अस्पताल ले जाया गया, जहाँ अब मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। हरिभाऊ उपाध्याय नगर थाना प्रभारी महावीर शर्मा ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर मामले की गहन जांच की जाएगी और नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों को उम्मीद है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सच्चाई सामने आएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
