पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर जिले की ग्राम पंचायत लकड़वास एवं खेगरों की भागल में राशन वितरण में भारी अनियमितताओं और धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि राशन डीलर प्रहलाद चोर्डिया ने मार्च, अप्रैल और मई माह में बायोमेट्रिक फिंगर लगवाकर केवल रसीदें दीं लेकिन गेहूं नहीं दिया, जिससे सैकड़ों गरीब और पात्र परिवारों को भयंकर परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि डीलर ने जून में फिर बायोमेट्रिक करवा कर गेहूं बांटा, लेकिन पिछली तीन माह की राशन सामग्री आज तक नहीं दी गई। जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो उन्हें फर्जी आश्वासन देकर चुप कराने की कोशिश की गई। धरना-प्रदर्शन के बाद जब ग्रामीणों ने डीलर से जवाब माँगा तो उसने मौके पर खुद न आकर एक फर्जी DSO अधिकारी को भेजा, जिसने अपना नाम चतर सिंह और मोबाइल नंबर बताया। लेकिन जब ग्रामीणों ने उस नंबर पर कॉल किया तो फोन एक महिला ने उठाया और साफ कहा – “मैं किसी चतर सिंह को नहीं जानती, यह उनका नंबर नहीं है।”
इस खुलासे के बाद ग्रामीणों को विश्वास हो गया कि उन्हें जानबूझकर गुमराह किया गया है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाए कि राशन डीलर खुद कभी दुकान पर नहीं आता, उसकी जगह डमी डीलर आकर उपभोक्ताओं को डराते-धमकाते हैं और कहते हैं कि यदि ज्यादा सवाल पूछे तो आगे से राशन नहीं मिलेगा।
मामला बढ़ता देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना SDO और जिला रसद अधिकारी को दी। इस पर अधिकारी श्रीमती मनाली भट्ट मौके पर टीम के साथ पहुंचीं। जांच में जबरदस्त अनियमितताएं और राशन वितरण में धोखाधड़ी पाई गई। तुरंत कार्रवाई करते हुए उचित मूल्य की दुकान को अग्रिम आदेश तक सील कर दिया गया।
इस कार्रवाई के दौरान ग्राम लकड़वास की सरपंच निरमा गमेती, खेगरों की भागल सरपंच तुलसीराम मीणा, सचिव प्रदीप शर्मा, पटवारी दिनेश दारंगी, वार्डपंच दुर्गाशंकर डांगी, विष्णु प्रजापत, दिलीप खटीक, मांगीलाल गमेती, विष्णु सेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।