
झुंझुनूं में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। आरोप है कि पुलिस स्टेशन में युवक के साथ हुई मारपीट में एक कांच का गेट टूट गया। कुछ टुकड़े उसके हाथ में भी घुस गए।
गंभीर हालत में युवक को बीडीके हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। मंड्रेला थाने में मारपीट की जानकारी के बाद आरोपी कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर किया गया है। मामले की जांच चिड़ावा डीएसपी को सौंपी गई है।
जानिए क्या है पूरा मामला…
रावतसर (चूरू) निवासी मोहम्मद तारीफ बेंगलुरु में ट्रांसपोर्ट का काम करता है। मंगलवार को मंड्रेला थाने के कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार ने उसे एफआईआर की जानकारी देकर थाने बुलाया था।
बुधवार को मोहम्मद तारीफ अपने भाई गफ्फार और दोस्त असलम के साथ थाने पहुंचा। उसका आरोप है कि वहां पहुंचते ही कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार और एक अन्य व्यक्ति ने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी।
जब उसने इसका विरोध किया तो दोनों ने उस पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। इसी बीच उसे जोरदार लात मारी गई, जिससे वो कांच के दरवाजे से टकराया। कांच के टुकड़ों से उसकी नस कट गई।

घायल युवक का आरोप है कि कॉन्स्टेबल ने उसे डराकर थाने में बुलाया था।
मजदूरी के पैसों को लेकर विवाद
जानकारी के अनुसार विवाद का कारण मजदूरी के पैसे हैं। जिस युवक की शिकायत पर तारीफ को थाने बुलाया गया था, उसका आरोप है कि तारीफ ने उसकी मजदूरी के 12 हजार रुपए नहीं दिए।
वहीं, तारीफ का कहना है कि उसने पहले ही 10 हजार रुपए दे दिए थे और केवल 2 हजार रुपए बाकी थे, जिसे देने से वह कभी मना नहीं कर रहा था।
उसका आरोप है कि विवाद सुलझाने के बजाय कॉन्स्टेबल मुकेश ने मौखिक शिकायत को आधार बनाकर उसे थाने बुलाया और टॉर्चर किया।
मंड्रेला थाना पुलिस पर पहले भी उठे सवाल
जानकारी के अनुसार मंड्रेला थाना पुलिस पर पहले भी अत्याचार के आरोप लगे हैं । मई 2024 में बुचाहेड़ा कोटपूतली निवासी गौरव शर्मा को रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
वह 5 दिन के रिमांड पर था, लेकिन 29 मई को उसकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया, जहां से झुंझुनूं रेफर किया गया। वहां उसकी मौत हो गई थी।
परिजनों ने आरोप लगाया था कि गौरव को पुलिस ने प्रताड़ित किया और हत्या कर दी। इस मामले में मंड्रेला थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया था।