पल पल राजस्थान

राजस्थान की वीरभूमि सीकर में पहुंचे बागेश्वर धाम के महंत और प्रसिद्ध कथावाचक पं. धीरेंद्र शास्त्री ने अपने तेवरों से माहौल गरमा दिया। रैवासा धाम में चल रहे सियपिय मिलन महोत्सव में शामिल होने पहुंचे शास्त्री का स्वागत करने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंच तक पहुंचने में धक्का-मुक्की हुई और एक महिला कॉन्स्टेबल तक गिर पड़ी।
विशेष विमान से सीकर पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री ने पाकिस्तान पर सीधी चोट करते हुए कहा कि जो कायदे में रहेगा वही फायदे में रहेगा, नहीं तो पाकिस्तान खुला हुआ है। कश्मीर तो लेंगे ही, दहेज में पाकिस्तान भी उठा लेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मिसाइलें चीन की हैं और कम चलती हैं जबकि भारत की मिसाइलें 900 किलोमीटर तक दुश्मनों को छोड़ती नहीं। अगर अब छेड़ोगे तो छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए बताया कि भारत 900 किलोमीटर अंदर तक जाकर दुश्मनों को खत्म कर चुका है।
शास्त्री ने राजस्थान की वीरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह महाराणा प्रताप की भूमि है, यहां तो घोड़े और हाथी भी कट्टर हिंदू हैं। उन्होंने दावा किया कि अगर हिंदू राष्ट्र का झंडा कहीं सबसे पहले फहराया जाएगा तो वह राजस्थान ही होगा। उन्होंने लोगों से जातिवाद छोड़कर राष्ट्रवाद अपनाने का आह्वान किया और कहा कि माथे पर तिलक लगाना चाहिए, वेदों और संत परंपरा पर भरोसा करना चाहिए और गो-रक्षक नहीं बल्कि गो-सेवक बनना चाहिए।
उन्होंने गोमाता को हिंदू राष्ट्र का आधार बताते हुए कहा कि भारत तभी हिंदू राष्ट्र बनेगा जब गाय माता बचेगी। उन्होंने घोषणा की कि वे सात से सोलह नवंबर तक पदयात्रा निकालेंगे, जिसका उद्देश्य गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना और हिंदू राष्ट्र की स्थापना करना होगा। उन्होंने युगांडा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कन्यादान में दहेज नहीं, बल्कि गाय दी जाती है। जिसके पास जितनी अधिक गाय होती है, वही सबसे अमीर माना जाता है। भारत में भी ऐसी परंपरा होनी चाहिए।
सीकर की धरती से धीरेंद्र शास्त्री ने अपने जोशीले अंदाज में साफ संदेश दिया कि अब हिंदू राष्ट्र की डोर राजस्थान से ही बंधेगी और पूरे भारत को नई दिशा मिलेगी।