पल पल राजस्थान /महावीर व्यास

शिमला। हिमाचल प्रदेश की शांत और धार्मिक छवि को झटका देते हुए एक के बाद एक अश्लील डांस पार्टियों के वीडियो सामने आ रहे हैं। कुल्लू जिले के कसोल, जीभी, मलाणा और मणिकरण जैसे क्षेत्रों में विदेशी टूरिस्टों, खासकर इजरायली नागरिकों के अश्लील डांस और नशीली रेव पार्टियों के वायरल वीडियो ने हाईकोर्ट को भी सख्त कर दिया है।

हिमाचल हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से जवाबतलबी की है। कोर्ट ने पूछा है कि इन पार्टियों की अनुमति किसने और किन शर्तों पर दी, और क्या कोई निगरानी या नियंत्रण तंत्र मौजूद है। मामले में अगली सुनवाई 28 अगस्त को निर्धारित की गई है।
पुलिस ने कोर्ट में कहा कि ये पार्टियां अक्सर दिन के समय, जंगलों या होटलों के अंदर होती हैं और स्थानीय प्रशासन से इन्हें “कल्चरल पार्टी” के नाम पर अनुमति दी जाती है। वहीं प्रशासन का कहना है कि उनकी ओर से केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों की परमिशन दी जाती है, अश्लील या नशे से जुड़ी गतिविधियों की नहीं।
सोशल मीडिया पर जनता का उबाल
वायरल वीडियो में विदेशी टूरिस्ट खुलेआम सिगरेट पीते, नाचते और उत्तेजक कपड़ों में कैमरे के सामने डांस करते दिखाई दे रहे हैं। इन पर जनता का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट पड़ा है। एक यूजर सिद्धार्थ बकारिया ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा –
“देवभूमि में इजरायलियों को खुलेआम नशे से प्रेरित रेव पार्टियों की अनुमति कैसे दी जा रही है? यह देवभूमि है, नशीले पदार्थों का खेल का मैदान नहीं।”
इसी तरह अन्य यूजर्स भी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि पर्यटन और डॉलर कमाने की होड़ में हिमाचल की सांस्कृतिक पहचान, नैतिकता और धार्मिक गरिमा को दरकिनार कर दिया गया है।
कुल्लू और आसपास के इलाकों में हो रही इन गतिविधियों को लेकर पहले भी कई बार आवाज उठी है, लेकिन ठोस कार्रवाई के अभाव में ये घटनाएं अब खुलेआम वायरल और आम होती जा रही हैं।
