गांववालों की चेतावनी के बावजूद नहीं जागा शिक्षा विभाग, पहले भी हो चुकी है शिकायत
पल पल राजस्थान/ महावीर व्यास
उदयपुर। उदयपुर जिले के वल्लभनगर ब्लॉक के रूपावली गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में रविवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया। स्कूल की जर्जर छत और दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। सौभाग्य से रविवार होने की वजह से स्कूल में अवकाश था, वरना कक्षा में बैठे बच्चों की जान जोखिम में पड़ सकती थी।
विद्यालय में पहली से आठवीं कक्षा तक 90 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। यह हादसा ठीक उसी बरामदे में हुआ, जहां रोजाना कक्षा लगती थी और बच्चे पढ़ाई करते थे। कई वर्षों से छत जर्जर हालत में थी और बारिश के मौसम में पानी टपकता था। शनिवार रात से शुरू हुई बारिश के चलते रविवार सुबह छत गिर गई।
गांववालों ने दी थी चेतावनी, विभाग ने नहीं ली सुध
गांववासियों का कहना है कि विद्यालय भवन की जर्जर हालत को लेकर उन्होंने कई बार स्कूल प्रशासन और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया। विरोधस्वरूप धरना-प्रदर्शन भी किए गए, लेकिन शिक्षा विभाग की नींद नहीं टूटी। जब रविवार सुबह दीवार गिरी, तो गांव के एक व्यक्ति ने देखा और तत्काल स्कूल के हेडमास्टर फतह सिंह झाला को सूचना दी।
1984 में बना भवन, मरम्मत के लिए पास हुआ पैसा
हेडमास्टर फतह सिंह ने बताया कि भवन की हालत को लेकर विभाग को पहले ही सूचित किया गया था। रिपेयर के लिए बजट पास हो चुका है और संभावना है कि बारिश के बाद मरम्मत कार्य शुरू होगा। यह भवन वर्ष 1984 में बना था और इसमें आरसीसी नहीं, बल्कि पट्टी की छत डाली गई थी।
झालावाड़ की घटना के बाद फिर जागना जरूरी
गौरतलब है कि हाल ही में झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की छत गिरने से 7 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। उस हादसे के बाद पूरे प्रदेश में स्कूल भवनों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे। बावजूद इसके, रूपावली जैसे गांवों में अभी भी खतरा बना हुआ है।