भारत माता के वीर सपूतों ने एक बार फिर तिरंगे का मान बढ़ाया है। जम्मू-कश्मीर के दाचीगाम नेशनल पार्क के पास सोमवार को हुए एक बड़े एनकाउंटर में भारतीय सेना ने “ऑपरेशन महादेव” के तहत तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया।
इनमें सबसे बड़ा नाम था – हाशिम मूसा, जो पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था। साथ ही मारे गए आतंकियों में जिबरान और हमजा अफगानी भी शामिल थे। जिबरान 2024 के सोनमर्ग टनल प्रोजेक्ट पर हमले में शामिल था।
कैसे हुआ ऑपरेशन महादेव का पर्दाफाश?
➡️ एक हफ्ते पहले खुफिया एजेंसियों को सुराग मिला था कि कुछ आतंकी दाचीगाम के जंगलों में छिपे हैं।
➡️ इन आतंकियों ने एक चीनी सैटेलाइट कम्युनिकेशन डिवाइस दोबारा एक्टिव की थी, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस हुई।
➡️ सेना की 24 राष्ट्रीय राइफल्स और 4 पैरा यूनिट ने हाई-टेक उपकरणों से आतंकियों को घेरा।
➡️ सुबह 11:30 बजे शुरू हुई मुठभेड़ में तीनों आतंकी मारे गए।
बरामदगी और तैयारी का स्तर
- अमेरिकी M4 कार्बाइन
- AK-47 राइफलें
- कुल 17 घातक हथियार
- बड़ी मात्रा में ग्रेनेड और संदिग्ध सामग्री
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का बयान:
“यह ऑपरेशन भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति हमारे संकल्प का प्रतीक है। मैं सेना, पुलिस और सभी एजेंसियों को बधाई देता हूं। यह सफलता हर भारतीय को गर्व महसूस कराती है।”