पल पल राजस्थान / महावीर व्यास

मोखुन्दा । रायपुर तहसील की मोखुंदा पंचायत का बस स्टॉप इन दिनों प्रशासनिक अनदेखी और अतिक्रमण की मार झेल रहा है। कभी यात्रियों के लिए राहत का ठिकाना बना ‘रूप रजत रेन बसेरा’ अब पूरी तरह अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। जहां कभी गर्मी, बारिश और सर्दी से बचाव की उम्मीद थी, वहां आज ना छांव है, ना पानी, ना बैठने की जगह। पूर्व सरपंच द्वारा जनहित में बनाई गई यह संरचना अब अपने मकसद से भटक चुकी है। हैंडपंप सूखा पड़ा है और चारों ओर अव्यवस्था का आलम है। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में एक महिला अपने छोटे बच्चे को आंचल से छांव देती नजर आ रही है। यह दृश्य न सिर्फ दिल दहला देने वाला है, बल्कि यह सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत भी उजागर करता है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 5 वर्षों से अतिक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता गया, और आज रूप रजत रेन बसेरा पूरी तरह निजी उपयोग में बदल गया है। पंचायत सचिव सप्ताह में सिर्फ दो दिन आते हैं और वह भी कुछ समय में लौट जाते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि रेन बसेरा को अतिक्रमण मुक्त किया जाए, पेयजल, छांव और बैठने की मूलभूत सुविधाएं बहाल की जाएं, नियमित निगरानी के लिए जिम्मेदार कर्मचारी की तैनाती हो।