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जयपुर। जयपुर में एक बार फिर दहशत का माहौल, क्योंकि दो अलग-अलग कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी एक ई-मेल के ज़रिए दी गई, जिसने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है।
जयपुर के मेट्रो कोर्ट और फैमिली कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद आज सुबह से ही कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया।
धमकी भरा ई-मेल 29 मई की सुबह 4:49 बजे भेजा गया था, लेकिन कोर्ट बंद होने के कारण 30 मई की सुबह 8:15 बजे इसे पढ़ा गया।
मेल भेजने वाले ने खुद को पूर्व नक्सली बताया है और दावा किया है कि यह धमकी सीपीआई (माओवादी) के “सिंगर कोवान ऑपरेशन” का हिस्सा है।
ई-मेल में लिखा गया:
“मैं पूर्व नक्सली हूं। कोर्ट में IED ऑपरेशन का हिस्सा रह चुका हूं। तीन बम कोर्ट की बिल्डिंग में प्लांट किए गए हैं। 2 बजे से पहले परिसर खाली करवा लें।”
साथ ही ई-मेल में डीएमके नेता सादिक बाचा की हिरासत में मौत और सवुक्कु शंकर के साथ गलत व्यवहार का हवाला देते हुए इस धमकी को “विरोध अभियान” से जोड़ा गया है।
धमकी के बाद मेट्रो कोर्ट और फैमिली कोर्ट दोनों को खाली कराया गया। बम और डॉग स्क्वॉड की टीमों ने फैमिली कोर्ट में करीब 4 घंटे और मेट्रो कोर्ट में 1 घंटे तक सर्च अभियान चलाया। फिलहाल कोर्ट परिसरों को सेफ घोषित कर दिया गया है।
जयपुर मेट्रो कोर्ट (प्रथम) के जज पवन कुमार ने इस मेल की जानकारी पुलिस कमिश्नर को दी थी।
इसके बाद पूरे सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए।
यह पहला मामला नहीं है। पिछले कुछ हफ्तों में जयपुर में धमकी भरे ईमेल की झड़ी लग चुकी है। 8, 12 और 13 मई को सवाई मानसिंह स्टेडियम को उड़ाने की धमकी दी गई थी। 9 मई को जयपुर मेट्रो स्टेशन और ट्रेन को उड़ाने की धमकी मिली थी।
इन सभी मामलों में जांच के बाद कोई विस्फोटक नहीं मिला, लेकिन धमकियों ने सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा किया है।
जयपुर में लगातार मिल रही इन धमकियों से लोगों के मन में डर बैठ चुका है। सवाल ये है कि धमकी देने वाले सिर्फ मानसिक भय फैलाना चाहते हैं या वाकई कुछ बड़ा प्लान कर रहे हैं? सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और ई-मेल की ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है।

