राज्य किसान आयोग अध्यक्ष ने किसानों से किया सीधा संवाद, नवाचारों को बताया कृषि की रीढ़

प्रगतिशील किसानों के अनुभवों ने बांधा समां, योजनाओं के लाभ साझा किए

पल पल राजस्थान/ महावीर व्यास

उदयपुर। राज्य किसान आयोग के तत्वावधान में मंगलवार को नगर निगम परिसर स्थित पंडित दीनदयाल सभागार में आयोजित कृषक संवाद कार्यक्रम में जिले भर के प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान आयोग के अध्यक्ष सी. आर. चौधरी ने की। उन्होंने किसानों से सीधे संवाद करते हुए उनकी समस्याएं सुनीं और राज्य सरकार तक उन्हें पहुंचाने का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम में उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, समाजसेवी पुष्कर तेली, चंद्रगुप्त सिंह चौहान और कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक निरंजन सिंह राठौड़ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। किसान संवाद का उद्देश्य न केवल योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना था, बल्कि किसानों से वास्तविक ज़मीनी अनुभव भी जानना था।

किसानों ने इस अवसर पर अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए नवाचारों, जैसे जैविक खेती, ड्रिप सिंचाई, बहुफसली प्रणाली, और पशुपालन में अपनाई गई नई तकनीकों की जानकारी दी। कई किसानों ने बताया कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं और तकनीकी सहायता से उनका उत्पादन और आमदनी बढ़ी है।

आयोग अध्यक्ष चौधरी ने किसानों के प्रयासों की खुले दिल से सराहना करते हुए कहा कि ऐसे नवाचार राजस्थान की कृषि को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की मेहनत और प्रयोगात्मक सोच ही भविष्य की स्थायी कृषि का आधार है।

कार्यक्रम के अंत में आयोग की ओर से सुझाव दिए गए कि इन नवाचारों को और व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए किसानों के बीच प्रशिक्षण और तकनीकी आदान-प्रदान की व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसानों की बातों को न केवल सुना जाएगा, बल्कि उस पर नीति स्तर पर भी गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा।

यह संवाद कार्यक्रम न केवल किसानों की समस्याओं को सुनने का माध्यम बना, बल्कि राज्य सरकार और किसानों के बीच सीधा संवाद और भरोसे का पुल भी निर्मित करने में सफल रहा।

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