पल पल राजस्थान। महावीर व्यास
उदयपुर। उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) के क्षेत्राधिकार में अब और विस्तार हो गया है। नगरीय विकास विभाग (यूडीएच) द्वारा जारी नवीनतम अधिसूचना के अनुसार, यूडीए में अब 70 नए राजस्व गांव और शामिल कर दिए गए हैं। इसके साथ ही यूडीए के अधीन आने वाले पेराफेरी क्षेत्र के गांवों की कुल संख्या 136 से बढ़कर अब 206 हो गई है। इस विस्तार के तहत अब घासा, कुराबड़ और गोगुंदा तहसील के कई गांवों को यूडीए में शामिल किया गया है। इससे पहले यूडीए केवल बड़गांव, गिर्वा, मावली और वल्लभनगर तहसील के गांवों को ही कवर करता था। कैलाशपुरी, रामा, नागदा, मूणवास, मोरवानिया, ईसवाल, मदार, घसियार, चीरवा, लकड़वास, साकरोदा और विजनवास जैसे बड़े गांव अब यूडीए के अधिकार क्षेत्र में आ गए हैं। यूडीए कमिश्नर राहुल जैन ने जानकारी दी कि इन गांवों में अब विकास प्राधिकरण की ओर से नियोजित विकास कार्य किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों को अब केवल पंचायतों की सीमित वित्तीय क्षमता पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यूडीए यहां सड़कों, नालियों, पानी, स्वास्थ्य एवं शिक्षा से जुड़ी आधारभूत सुविधाओं के विकास पर काम करेगा। साथ ही सामुदायिक सुविधाओं और आवासीय कॉलोनियों के नियोजन में भी सक्रिय भूमिका निभाएगा। हालांकि, पेराफेरी के कई पंचायत प्रतिनिधियों ने पूर्व में यूडीए के कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी भी जताई थी। उनका कहना था कि यूडीए केवल सरकारी जमीनों का प्रबंधन करता है, लेकिन गांवों का समुचित विकास नहीं होता। श्मशान घाट से लेकर पानी की टंकी तक बनाने के लिए एनओसी की लंबी प्रक्रिया और चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिससे योजनाएं अटक जाती हैं। अब जबकि यूडीए का दायरा औपचारिक रूप से बढ़ा है, ग्रामीणों को उम्मीद है कि गांवों का समग्र विकास भी गति पकड़ेगा और यूडीए प्रशासन पहले की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए अधिक पारदर्शिता और गति से कार्य करेगा।
