​श्री जैन श्वेतांबर महासभा के अध्यक्ष-मंत्री पर धोखाधड़ी का आरोप: 3 लाख हड़पकर प्लॉट किसी और को बेचा

उदयपुर: शहर की प्रतिष्ठित श्री जैन श्वेतांबर महासभा जैन धर्मशाला, हाथी पोल के अध्यक्ष तेज सिंह बोल्या और मंत्री कुलदीप नाहर के खिलाफ धोखाधड़ी का गंभीर मामला दर्ज किया गया है। उन पर महावीर सिंह कोठारी नामक व्यक्ति से एक भूखंड के लिए लाखों रुपये लेने और फिर उसे किसी और को बेचने का आरोप है।
​पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, पीड़ित महावीर सिंह कोठारी ने बताया कि उन्हें एक दुकान की जरूरत थी। इसके लिए उन्होंने आरोपियों से रॉयल इन 100 फीट रोड, आयड़ के पास स्थित एक भूखंड खरीदने का प्रस्ताव रखा। 15 मई 2012 को, दोनों पक्षों के बीच 6 लाख 81 हजार रुपये में सौदा तय हुआ, और कोठारी ने एडवांस के तौर पर 3 लाख रुपये दे दिए।

​वादा खिलाफी और नया जाल

​एडवांस लेने के बाद, आरोपियों ने कोठारी को भूखंड का कब्जा देने में आनाकानी शुरू कर दी। बाद में पता चला कि उन्होंने अधिक पैसों के लालच में वह भूखंड किसी और को बेच दिया था। जब कोठारी ने अपने 3 लाख रुपये वापस मांगे, तो आरोपियों ने उन्हें भूखंड के सामने वाले रोड पर स्थित एक अन्य भूखंड संख्या-3 पर दुकान बनाकर देने का वादा किया।
​इस वादे के बाद, भूखंड संख्या-3 पर निर्माण शुरू तो हुआ, लेकिन जल्द ही बंद कर दिया गया। जब कोठारी ने फिर से संपर्क किया, तो 24 जनवरी 2018 को आरोपियों ने उन्हें बाकी का काम खुद से पूरा करने की अनुमति दे दी। इस दौरान, उन्होंने कोठारी से 1 लाख 56 हजार रुपये का एक और चेक श्री जैन श्वेतांबर हाथी पोल के नाम पर ले लिया।

​यूडीए की कार्रवाई और सच का खुलासा

​मगर, कोठारी की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं। अप्रैल 2025 में, उदयपुर विकास प्राधिकरण (UDA) ने उनकी दुकान को सील कर दिया। जब उन्होंने इस संबंध में आरोपियों से जानकारी मांगी, तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
​इसके बाद, कोठारी ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल की, तो उन्हें एक चौंकाने वाली जानकारी मिली। पता चला कि आरोपियों ने इन भूखंडों के निर्माण के लिए यूडीए से कोई स्वीकृति (अनुमति) नहीं ली थी। इतना ही नहीं, यूआईटी (पूर्ववर्ती निकाय) ने उन्हें पहले ही नोटिस जारी कर दिया था।
​यह पूरा मामला अब पुलिस की जांच के दायरे में है। पुलिस ने तेज सिंह बोल्या और कुलदीप नाहर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है। यह घटना शहर के एक प्रतिष्ठित संगठन से जुड़े लोगों पर लगे आरोपों के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *