पल पल राजस्थान /महावीर व्यास

सूरत। गुजरात के सूरत शहर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब एक युवक ने चलते ट्रक के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली। शुरुआत में इसे महज एक हादसा माना जा रहा था, लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो सच्चाई ने सभी को चौंका दिया—यह एक सोची-समझी खुदकुशी थी।
31 वर्षीय नीलेश वाघमाशी, जो अमरेली जिले के वडली गांव का रहने वाला था और सूरत में अपने भाई के साथ एक कपड़ा कारखाने में काम करता था, 14 जुलाई को अपनी बहन के घर मिलने आया था। सोमवार को वह अपने ससुर के साथ बाइक पर निकला था। जब वे कंगारू सर्कल के पास पहुंचे, तो नीलेश ने बाइक रोक दी और ससुर को मावा लाने भेज दिया।
ससुर के जाते ही नीलेश ने पहले किसी को फोन किया, फिर कॉल काट कर मोबाइल जेब में रख लिया। इसके बाद वह सड़क किनारे खड़ा होकर किसी भारी वाहन का इंतजार करता रहा। जैसे ही एक आइसर ट्रक पास आया, वह उसके नीचे कूद गया। ट्रक का पिछला पहिया उसे कुचलता हुआ निकल गया।
लोगों ने दौड़कर उसे उठाया और तुरंत स्मीमेर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी—डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने जब घटना का सीसीटीवी फुटेज खंगाला, तो साफ हो गया कि यह कोई एक्सीडेंट नहीं, बल्कि जानबूझकर की गई आत्महत्या थी।
पुलिस ने मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया है और कॉल डिटेल्स व बातचीत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। अब तक आत्महत्या की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। नीलेश का कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है, जिससे परिवार और पुलिस दोनों ही असमंजस में हैं।
2 जुलाई को अहमदाबाद के निकोल इलाके में भी एक युवक द्वारा इसी तरह ट्रक के नीचे कूदकर जान देने की घटना सामने आई थी, जिससे यह सवाल और गहराता है कि युवाओं को इस तरह का कदम उठाने के लिए कौन-सी मानसिक या सामाजिक मजबूरियां उकसा रही हैं?
सूरत की पुणागाम पुलिस अब इस मामले में आत्महत्या की दिशा में जांच कर रही है और उम्मीद की जा रही है कि मोबाइल डेटा व पारिवारिक बयानों के ज़रिए इस कदम के पीछे की वजह जल्द सामने आएगी।