
हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर बांसवाड़ा में पीएम मोदी को काले झंडे दिखाने जा रहे उदयपुर के कई वकीलों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है। इसके विरोध में नाराज वकीलों ने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया।
पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश मोगरा सहित कई वकीलों को पुलिस ने अंबाफला टोल नाके पर रोक लिया था। फिर वे नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े तो पुलिस ने समझाइश की कोशिश की लेकिन वकील नहीं माने।
पुलिस ने पूर्व मोगरा और भरत वैष्णव सहित कई वकीलों को हाथ-पैर से पकड़कर उठाया और गाड़ी में बैठाकर ले गए। हालांकि बाद में छोड़ा गया।
इनके साथ वरिष्ठ वकील रमेश नंदवाना, रामकृपा शर्मा, अरुण व्यास, कमलेश दाणी, शम्भू सिंह और जितेन्द्र सिंह लखारी, भरत वैष्णव, कमलेश दवे और सचिव अभिषेक कोठारी को भी हिरासत में लिया गया था। सभी को बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था।
आसपुर पहुंचे बार अध्यक्ष को रोका
बार एसोसिएशन अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह, महासचिव महावीर प्रसाद शर्मा और उपाध्यक्ष देवीलाल जाट सहित कई वकील आसपुर पहुंच गए। वहां पुलिस ने इन्हें रोका और हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया।
बता दें कि उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की मांग का लेकर लंबे समय से धरना-प्रदर्शन जारी है। बांसवाड़ा में गुरुवार को पीएम मोदी की विजिट के दौरान वकीलों ने काले झंडे दिखाने की चेतावनी दी थी। वकीलों ने कहा था कि अगर उन्हें मोदी से नहीं मिलने दिया गया तो वे काले झंडे दिखाएंगे