पल पल राजस्थान/ महावीर व्यास
जैसलमेर।बासनपीर गांव में छतरी निर्माण को लेकर उपजे विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। गुरुवार को हुए पथराव और राजकार्य में बाधा के मामले में पुलिस ने 15 महिलाओं समेत 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी हासमखां को जोधपुर से डिटेन कर गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, वह शातिर किस्म का अपराधी है और इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड भी।
पुलिस पर पथराव, अधिकारियों पर हमला
10 जुलाई को ग्राम बासनपीर जूनी में पुरानी छतरियों के पुनर्निर्माण और मरम्मत के दौरान बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। पुरुष, महिलाएं और बच्चे विरोध करते हुए मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस जाब्ता और प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव और लाठियों से हमला किया गया।
एसपी सुधीर चौधरी ने प्रेस वार्ता में बताया कि इस हमले में पुलिस और प्रशासनिक अमले को निशाना बनाकर राजकार्य में बाधा पहुंचाई गई। घटना के दो प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिनमें से एक पुलिस की ओर से राजकार्य में बाधा का है।
मुख्य आरोपी हासमखां ने रची साजिश
एसपी ने बताया कि मुख्य षड्यंत्रकर्ता हासमखां ने इस पूरी घटना की योजना बनाई और लोगों को भड़काया। उसे जोधपुर से डिटेन कर जैसलमेर लाया गया, जहां पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि हासमखां ने अधिकारियों को गुमराह कर घटना को अंजाम दिलवाया।
23 गिरफ्तार, और भी आरोपी रडार पर
अब तक कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 15 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस की टीमें बाकी आरोपियों की तलाश में दबिशें दे रही हैं। एसपी ने कहा कि शांति व्यवस्था कायम है और हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं।
शिव विधायक ने बताया था ‘सिस्टम फेलियर’
घटना को लेकर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी सहित कई नेताओं ने प्रशासन और पुलिस को कटघरे में खड़ा किया था। इस पर जवाब देते हुए एसपी सुधीर चौधरी ने कहा—“पुलिस सतर्क है, आरोप लगाना आसान है लेकिन हम पूरी गंभीरता से जांच कर रहे हैं।”
दोनों समाजों से शांति बनाए रखने की अपील
एसपी ने दोनों समाजों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और पूरे मामले की गहराई से जांच जारी है।