पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर की कृषि मंडी में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी और सनसनीखेज कार्रवाई सामने आई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक आदित्य के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में दक्ष स्टोर से 5000 से अधिक विदेशी सिगरेट के पैकेट जब्त किए गए। ये सिगरेट पैकेट न केवल विदेशी ब्रांड के थे, बल्कि इनमें भारत सरकार द्वारा अनिवार्य चेतावनी संदेश भी नहीं छपे थे — जो कि सीधे तौर पर तंबाकू नियंत्रण अधिनियम का उल्लंघन है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब स्टोर की तलाशी ली, तो वहां बिना किसी चेतावनी के अवैध रूप से बेची जा रही विदेशी सिगरेट का जखीरा मिला। इन सिगरेट पैकेटों पर न तो “धूम्रपान जानलेवा है” जैसी चेतावनी थी, न ही कोई चित्रात्मक स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी, जो भारत में तंबाकू उत्पादों पर अनिवार्य होती है।
डॉ. अशोक आदित्य ने कहा कि
“यह केवल एक दुकान की बात नहीं है, बल्कि युवाओं की सेहत के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने की दिशा में यह निर्णायक कदम है। ऐसी अवैध बिक्री को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगे आने वाले दिनों में जिलेभर में इसी तरह के और भी कड़े निरीक्षण और छापे चलाए जाएंगे। जब्त सिगरेट के पैकेटों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और संबंधित दुकानदार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की जा रही है।
इस कार्रवाई के बाद शहर के तंबाकू उत्पाद विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की इस मुहिम ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि अवैध और बिना चेतावनी वाले तंबाकू उत्पादों की बिक्री करने वालों पर अब शिकंजा और कसा जाएगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बिना चेतावनी वाले विदेशी सिगरेट युवाओं को आकर्षित करती हैं और यह एक गहरी सामाजिक समस्या बन चुकी है। ऐसे में यह कार्रवाई केवल एक कानूनी कदम नहीं, बल्कि जनहित और सार्वजनिक स्वास्थ्य की दिशा में उठाया गया एक साहसिक प्रयास है।
