नशे के ‘सौदागरों’ पर गरजा बाबा का बुलडोजर! 100 करोड़ की ड्रग्स फैक्ट्री जमींदोज, मुर्गी फार्म में पल रहा था मौत का सामान

झुंझुनूं । राजस्थान के शेखावाटी इलाके में नशे के उस काले साम्राज्य को मिट्टी में मिला दिया गया है, जिसकी जड़ें सात समंदर पार तक फैली थीं। झुंझुनूं के धनुरी थाना क्षेत्र में चल रही 100 करोड़ की एमडी (MD) ड्रग्स फैक्ट्री पर बुधवार को पुलिस ने बुलडोजर चलाकर उसे खंडहर में तब्दील कर दिया। दो दिन पहले जब महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने यहां छापा मारा था, तो विदेशी मशीनों और खतरनाक केमिकल्स का जखीरा देखकर अधिकारियों के भी होश उड़ गए थे। जिस मुर्गी फार्म से कभी परिंदों की आवाज आती थी, वहां अब पुलिस का पीला पंजा गरज रहा है और नशे की इस अवैध लैब का नामोनिशान मिटाया जा रहा है।

इस पूरे ड्रग्स नेटवर्क का मास्टरमाइंड 12वीं पास अनिल सिहाग निकला, जिसने खेतीबाड़ी की आड़ में मौत बांटने का धंधा शुरू किया था। अनिल अपने चाचा के मुर्गी फार्म में दो कमरों के भीतर एमडी ड्रग्स तैयार कर रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी पहले डोडा-चूरा की तस्करी करता था, लेकिन रातों-रात अमीर बनने की हवस ने उसे ड्रग्स मैन्युफैक्चरिंग के गंदे खेल में धकेल दिया। महज 15 दिन पहले ही उसने अपने साथी सुभाष जाट के साथ मिलकर यहां मशीनें लगाई थीं और भारी मात्रा में रॉ मटेरियल डंप किया था। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के आदेश पर उस पूरे ढांचे को गिरा दिया गया है जिसे इस अवैध धंधे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

पकड़े जाने की कहानी भी किसी थ्रिलर फिल्म जैसी है। अनिल 1 किलो एमडी की डिलीवरी देने सीकर के एक होटल पहुंचा था, जहां महाराष्ट्र पुलिस जाल बिछाकर उसका इंतजार कर रही थी। जैसे ही वह हत्थे चढ़ा, कड़ियां जुड़ती गईं और पुलिस सीधे झुंझुनूं के उस मुर्गी फार्म तक पहुंच गई जहां 10 किलो तैयार एमडी ड्रग्स और करोड़ों का केमिकल बरामद हुआ। पुलिस ने न सिर्फ दो कमरों को ढहाया बल्कि बाउंड्री वॉल और टीन शेड को भी मलबे में बदल दिया। यह कार्रवाई राजस्थान में ड्रग माफियाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि अगर अपराध की फैक्ट्री डाली, तो कानून का बुलडोजर उसे कुचलने में देर नहीं लगाएगा।

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