हनीमून का ‘विलेन’ बनी एयर इंडिया !

सुहागरात की खुशियां एयरपोर्ट पर हुई गुम, नवविवाहित जोड़े के उड़े होश

जोधपुर/चंडीगढ़। जोधपुर के एक नए नवेले जोड़े के लिए उनका ‘ड्रीम हनीमून’ किसी बुरे सपने से कम साबित नहीं हो रहा है। बड़े अरमानों के साथ शिमला की वादियों में रोमांस और सुकून तलाशने निकले टिंबर व्यवसायी हितेश व्यास और उनकी पत्नी राधिका जोशी का सफर एयर इंडिया की लापरवाही की भेंट चढ़ गया है। शादी की नई चमक और सुनहरे भविष्य के सपने लेकर निकले इस जोड़े का सामान चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर ऐसा गायब हुआ कि अब 24 घंटे बाद भी एयरलाइन के पास कोई जवाब नहीं है। कड़ाके की ठंड में बिना कपड़ों, बिना दवाओं और बिना नकदी के यह दंपती अब एयरलाइन के गैर-जिम्मेदाराना रवैये के आगे बेबस खड़ा है। कहानी शुरू हुई 15 दिसंबर को जब जोधपुर से दिल्ली और फिर दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट पकड़ी गई।

किस्मत ने पहली मार तब मारी जब दिल्ली के कोहरे ने फ्लाइट को घंटों लेट कर दिया। दोपहर की उड़ान शाम को पहुंची और जैसे-तैसे जब यह जोड़ा चंडीगढ़ लैंड हुआ, तो वहां उनके स्वागत के लिए फूलों के गुलदस्ते नहीं बल्कि ‘खाली कन्वेयर बेल्ट’ खड़ी थी। पूछताछ करने पर पता चला कि दिल्ली की आपाधापी में एयरलाइन ने इनका लगेज वहीं छोड़ दिया या कहीं और भेज दिया। ऑपरेशन मैनेजर ने बड़े-बड़े वादे किए, भरोसा दिलाया कि आप शिमला निकलिए सामान आपके होटल के कमरे में खुद चलकर आएगा, लेकिन हकीकत यह निकली कि सामान तो दूर, अब मैनेजर साहब फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझ रहे। इस गायब हुए लगेज में सिर्फ कपड़े नहीं थे, बल्कि हितेश और राधिका की पूरी जरूरतें थीं। दो बड़े बैग और एक छोटे बैग में करीब 20 हजार की नकदी, गहने, कॉस्मेटिक्स और सबसे जरूरी दवाइयां थीं।

अपनी पहली हवाई यात्रा का ऐसा कड़वा अनुभव लेकर यह नवविवाहित जोड़ा अब शिमला की ठंड में ठिठुरने को मजबूर है। सवाल यह उठता है कि क्या बड़े विज्ञापन देने वाली एयर इंडिया के लिए एक यात्री का सामान सिर्फ ‘नंबर’ भर है? जिस जोड़े को अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की यादें संजोनी थी, वे अब एयरलाइन के दफ्तरों के चक्कर काटने और फोन कॉल की रिंग सुनने को मजबूर हैं। क्या एयर इंडिया अपनी इस भारी लापरवाही की जिम्मेदारी लेगी या फिर एक और यात्री की शिकायत फाइलों में दबकर रह जाएगी?

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