
चित्तौड़गढ़: शहर के गांधीनगर क्षेत्र में गुरुवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक निजी वैन में गैस रिसाव के कारण आग लग गई। इस आग में वैन में सवार दो बच्चे, 7 वर्षीय भावेश और 10 वर्षीय करण, लगभग 10 से 15 प्रतिशत तक झुलस गए।

नाना ने बचाई बच्चों की जान
बच्चों के नाना, काशीराम, ने सूझबूझ दिखाते हुए वैन में आग लगते ही दोनों दोहितों को तुरंत बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। बच्चों को बचाने के कुछ ही देर बाद वैन में एक जोरदार धमाका भी हुआ, जिससे मौके पर मौजूद लोग सहम गए।
गैस किट में रिसाव बना हादसे का कारण
जानकारी के अनुसार, वैन में गैस किट लगी हुई थी, जिसमें संभवतः रिसाव हो रहा था। इसी रिसाव के कारण वैन ने आग पकड़ ली। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही देर में पूरी वैन को अपनी चपेट में ले लिया और एक बड़ा विस्फोट हुआ।
त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाने से ASI जितेंद्र सिंह और ASI सुरेंद्र सिंह मय जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड को तुरंत सूचित किया गया। दो दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
बच्चों की हालत स्थिर
हादसे में झुलसे बच्चों भावेश (7) और करण (10) को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, हालांकि वे 10 से 15 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। करण पांचवी कक्षा और भावेश पहली कक्षा का छात्र है।