शीतला माता मंदिर में चोरी की वारदात,चोरी के तीसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ

देवस्थान विभाग और मंदिर समिति के बीच भी असमंजस स्थिति

पल पल राजस्थान/ रमेश पटेल

वल्लभनगर। उदयपुर जिले के वल्लभनगर कस्बे में स्थित मेवाड़ प्रसिद्ध शीतला माता शक्तिपीठ मंदिर में 1 जुलाई मंगलवार रात को हुई चोरी के तीसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ है।आपको बता दे की वल्लभनगर में स्थित शीतला माता शक्तिपीठ मंदिर परिसर में चोरों ने पूरी प्लानिंग के साथ मंदिर से 30 किलो चांदी व करीब एक दर्जन तोला सोने के जेवरात सहित करीब 45 लाख रुपए के आभूषणों की चोरी की वारदात को अंजाम दिया यही नहीं चोरों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरा और डीवीआर भी तोड़कर ले गए। चोरी की घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रवासियों में आक्रोश फैल गया।क्षेत्र में इतनी बड़ी चोरी की घटना के बाद उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है। क्षेत्रवासियों ने पुलिस से जल्द से जल्द चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की

शीतला माता मंदिर की तरफ से देवस्थान विभाग सूचना तक नही

इधर वल्लभनगर के शीतला माता मंदिर में इतनी बड़ी चोरी की घटना के बाद भी मंदिर समिति ओर देवस्थान विभाग के बीच असमंजस वाली स्थिति देखने को मिली।इस चोरी के मामले में जब देवस्थान विभाग के अधिकारियों से बात की तो विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मंदिर की पुजारी की तरफ से देवस्थान विभाग को चोरी की कोई भी सूचना नहीं दी गई। देवस्थान विभाग को समाचार पत्रों व सोशल मीडिया के माध्यम से इस चोरी का पता चला तो अधिकारियों से जानकारी ली।इधर जब शीतला माता मंदिर में बनी समिति के उपाध्यक्ष महेश जोशी से बात की तो महेश जोशी ने बताया कि मंदिर देवस्थान विभाग के अधीन है लेकिन इस मंदिर को आत्मनिर्भर श्रेणी में रखा गया है जोशी ने बताया कि आत्मनिर्भर श्रेणी के कारण इस मंदिर के से ना कोई राशि देवस्थान विभाग को दी जाती है ना देवस्थान विभाग से इस मंदिर को लेकर कोई राशि ली जाती है। आपको बता दे की शीतला माता मंदिर में स्थानीय द्वारा एक समिति का गठन किया जाता है जिसमे अध्यक्ष पद पर तहसीलदार को नियुक्त किया जाता है वहीं उपाध्यक्ष समिति के सदस्य तय करते है ऐसे में जब वल्लभनगर तहसीलदार को इस बारे में पूछा तो उन्होंने भी साफ इनकार कर दिया कि मंदिर समिति की तरफ से मुझे चोरी की कोई भी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई वहीं तहसीलदार ने इतना बताया कि न्यायालय अध्यक्ष पद को लेकर माननीय न्यायालय में मामला विचाराधीन है।

शीतला माता मंदिर समिति इतनी बड़ी चोरी के बाद भी सुस्त,ना कोई मीटिंग ना जानकारी

वल्लभनगर क्षेत्र के शीतला माता मंदिर शक्तिपीठ पर इतनी बड़ी चोरी होने के बाद भी मंदिर समिति के सदस्य सुस्त दिख रहे हैं मंदिर में चोरी होने के तीन दिन बाद जब मंदिर समिति के उपाध्यक्ष महेश जोशी से बात की तो उन्होंने बताया कि मंदिर की चोरी को लेकर समिति की कोई बैठक नहीं रखी गई है ग्रामीणों ने बताया कि वल्लभनगर क्षेत्र में शीतला माता का मंदिर एक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है लेकिन ऐसे प्रसिद्ध मंदिर में भी इस तरीके के घटनाक्रम आस्था पर वार है।सम्बंधित समिति ओर प्रशासन को चोरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाइये

इनका कहना है

27 अप्रैल 1981 को देवस्थान विभाग की तरफ से गजट नोटिफिकेशन किया गया जिसमें शीतला माता मंदिर वल्लभनगर को राजकीय आत्मनिर्भर श्रेणी में रखा गया है मंदिर में चोरी को लेकर पुजारी की तरफ से कोई रिपोर्ट हमें प्राप्त नहीं हुई है,दानपात्र ओर लेन देन को लेकर संबंधित पत्रावलिया देखकर निर्णय लिया जाएगा,मंदिर में मैनेजमेंट को लेकर जो भी समस्याए आ रही है,विभाग द्वारा इंस्पेक्टर को भेज कर मामले की पूरी जानकारी ली जाएगी

जतिन गांधी
असिस्टेंट कमिश्नर देवस्थान उदयपुर

इनका कहना है

मंदिर समिति के अध्यक्ष पद पर तहसीलदार को सिर्फ कागजी अध्यक्ष बना रखा है, मंदिर देवस्थान विभाग के अधीन है विभाग की तरफ से इस मंदिर को आत्मनिर्भर श्रेणी में रखा है जिसमें मंदिर की तरफ से विभाग को ना कुछ देने का है ना लेने का है,चोरी के बाद मंदिर समिति की कोई बैठक नहीं ली गई ना देवस्थान को जानकारी दी गयी

महेश जोशी
उपाध्यक्ष
शीतला माता मंदिर व्यवस्था समिति

शीतला माता मंदिर में चोरी की घटना को लेकर मंदिर के पुजारी ओर समिति की तरफ से मुझे कोई लिखित जानकारी नही है,मंदिर के अध्यक्ष पद को लेकर माननीय न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है

नरेन्द्र सिंह चौहान
तहसीलदार वल्लभनगर

चोरी की घटना के बाद एक विशेष टीम गठित की गई है,पुलिस द्वारा अभी तक क्षेत्र में 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक किये गए है,आस पास के क्षेत्रों में पूछताछ की जा रही है

दिनेश पाटीदार
वल्लभनगर थाना अधिकारी

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