पल पल राजस्थान
अजमेर। अजमेर के रामगंज थाना पुलिस ने फिरौती के लिए अपहृत युवक को महज 12 घंटे के भीतर मुक्त कराकर बड़ी कामयाबी हासिल की है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरा अब भी फरार है।
पूरा मामला अजमेर के अजय नगर क्षेत्र का है, जहां रहने वाले चंद्र प्रकाश के बेटे अक्षय लखानी का 26 मई को अपहरण कर लिया गया। आरोप है कि देवेंद्र सिंह राजावत और राजपाल सिंह राठौड़ नाम के दो युवकों ने अक्षय को घर से बाहर बुलाया और स्कॉर्पियो में बिठाकर ले गए। इसके बाद परिजनों से 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।
जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। अक्षय लखानी विदेश में नौकरी करता था और वहां नीलेश माहेश्वरी नाम के युवक से उसका 32 लाख रुपए का लेनदेन विवाद चल रहा था। इसी विवाद की जानकारी नीलेश ने अपने दोस्त राजपाल को दी। फिर राजपाल ने देवेंद्र के साथ मिलकर अक्षय के अपहरण की साजिश रची।
फिरौती की मांग पूरी न होने पर परिजनों ने आठ घंटे बाद रामगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद थाना प्रभारी डॉ. रवीश सामरिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
टीम ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए स्कॉर्पियो की पहचान की और जयपुर-अजमेर हाईवे पर दबिश देकर राजपाल सिंह राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया। अक्षय को भी उसी कार से मुक्त करा लिया गया।
इस बीच आरोपियों ने अक्षय के फोन से उसके परिवार को कॉल कर जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके चलते पीड़ित की मुंहबोली बहन 5 लाख रुपये लेकर जयपुर तक पहुंची।
राजपाल ने अपने दोस्त जगत सिंह को पैसे लेने भेजा, जिसने अपने भाई अनीश को भेज दिया। परिजनों ने अनीश को पकड़ लिया, लेकिन जांच में सामने आया कि अनीश को अपहरण की जानकारी नहीं थी।
थाना प्रभारी डॉ. रवीश सामरिया के अनुसार, विदेश में रहने वाले नीलेश माहेश्वरी की भूमिका की जांच की जा रही है। आरोपी राजपाल से पूछताछ जारी है और दूसरे आरोपी देवेंद्र की तलाश की जा रही है। नीलेश की भूमिका साबित होने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़ के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई के बाद पुलिस की सतर्कता की चारों ओर सराहना हो रही है।