पल पल राजस्थान – पप्पू देतवाल
चित्तौडग़ढ़। चित्तौड़गढ़ जिले के श्री सांवलिया जी राजकीय महिला एवं बाल चिकित्सालय एक बार फिर विवादों के घेरे में है। लाडपुरा निवासी प्रीति पत्नी नरेश की प्रसव के दौरान मौत हो गई, साथ ही नवजात की भी जान चली गई। इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में हंगामा खड़ा हो गया है।
परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण माँ और बच्चे दोनों की मौत हुई है। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने लिफ्ट के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
आपको बता दें कि यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी इस अस्पताल में लापरवाही के आरोप लगते रहे हैं और मौतों का सिलसिला जारी है।
परिजनों का कहना है की डॉक्टरों की वजह से हमारी बहू और बच्चा नहीं बचे। कोई सुनवाई नहीं हो रही है, हम इंसाफ चाहते हैं।
घटना की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार, पुलिस उपाधीक्षक विनय चौधरी, सदर थाना अधिकारी निरंजन प्रताप और कोतवाली थाना अधिकारी भवानी सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की।
गुस्साए परिजनों ने शव को मोर्चरी में ले जाने से भी इनकार कर दिया और तब तक अंतिम संस्कार नहीं करने की चेतावनी दी जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती।
फिलहाल प्रशासन ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या अब भी किसी की ज़िंदगी की कीमत पर लापरवाही जारी रहेगी?