पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर शहर के सुखेर थाना पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी लोगों को लालच देकर उनके बैंक खाते की डिटेल्स लेते थे और फिर उसका इस्तेमाल करोड़ों रुपए की साइबर ठगी में करते थे।
थानाधिकारी रविन्द्र सिंह चारण ने जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कालूलाल पुत्र मावा निवासी बनोड़ा सलूंबर, प्रिंस पुत्र अनिल निवासी सूरजपोल सलूंबर और हिमांशु पुत्र दिनेश कुमार निवासी चुंगी नाका सलूंबर शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी से पूछताछ शुरू कर दी है और मामले में और भी खुलासे होने की उम्मीद है।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब कैलाशचंद्र डांगी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी ‘देवराज एंटरप्राइजेज’ नाम की फर्म कंस्ट्रक्शन और बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का कार्य करती है। अप्रैल 2024 में कालूलाल नामक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया और दुबई व अरब देशों में बिज़नेस करने का झांसा देकर उनकी फर्म का खाता विवरण हासिल कर लिया।
इसके बाद मई 2024 के केवल दस दिनों में उनके खाते से करीब 6 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ। जब कैलाशचंद्र ने इस पर सवाल उठाया, तो आरोपी धमकाने लगे और टालमटोल करते रहे।
मामला तब और गंभीर हो गया जब 23 अप्रैल 2025 को कैलाशचंद्र ने अपने बेटे के इलाज के लिए 5 लाख रुपए निकालकर अपने भाई हीरालाल को दिए। कुछ ही देर बाद 3 से 4 लोग हीरालाल के पास पहुंचे और पैसे छीन लिए। इतना ही नहीं, उन्होंने मारपीट भी की और जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है और पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही इस गैंग के अन्य सदस्यों तक भी पहुंच बनाई जाएगी।
फिलहाल पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और इस पूरे रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। उदयपुर पुलिस की इस कार्रवाई को साइबर क्राइम के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।