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पंजाब। पंजाब बॉर्डर पर तैनात एक बीएसएफ जवान गलती से ज़ीरो लाइन पार कर गया और पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे पकड़ लिया। हैरानी की बात यह है कि 48 घंटे बीतने के बावजूद पाकिस्तान ने अब तक जवान को भारत को नहीं सौंपा है। इस पूरे घटनाक्रम से जवान का परिवार बेहद सदमे में है।
घटना बुधवार सुबह पंजाब के ममदोट सेक्टर की है। श्रीनगर से आई बीएसएफ की 24वीं बटालियन के जवान, किसानों की सुरक्षा में तैनात थे। किसान गेहूं की कटाई के लिए गेट नंबर 208/1 के पास पहुंचे थे, तभी 17 साल से सेवा में लगे जवान पीके साहू गलती से ज़ीरो लाइन पार कर गए। मौके पर मौजूद पाकिस्तानी रेंजर्स ने तुरंत उन्हें हिरासत में ले लिया और उनका हथियार भी छीन लिया।
जवान पीके साहू हाल ही में इस इलाके में ट्रांसफर होकर आए थे और उन्हें जीरो लाइन की सटीक जानकारी नहीं थी। अधिकारियों ने पाकिस्तानी रेंजर्स को यह बात समझाई, लेकिन फिर भी उन्होंने जवान को रिहा करने से इनकार कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पाक रेंजर्स से बातचीत शुरू की। अब तक दो से तीन फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया है।
सूत्रों का मानना है कि हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आई तल्खी का असर इस पूरे मामले पर पड़ा है, और पाकिस्तान की ओर से यही देरी की वजह मानी जा रही है।
बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने अब इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से बातचीत की है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
इस बीच, जवान के परिवार की हालत बेहद नाज़ुक है। पत्नी रजनी साहू इस खबर के बाद बेसुध हो गईं। भाई श्यामसुंदर साहू ने मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार और बीएसएफ से जवान की सुरक्षित और तुरंत वापसी की गुहार लगाई है। हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे भाई को सही-सलामत घर लाएं। पूरा परिवार परेशान है।