
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में भरभराकर गिरे पहाड़ का वीडियो सबको चौंका रहा है। चिड़ावा कस्बे के नारी गांव में बुधवार सुबह 10.30 बजे अचानक 30 मीटर ऊंची अरावली की पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा गिर गया था।
इतना तेज धमाका हुआ कि कई गांवों में तक भूकंप जैसा कंपन महसूस किया गया। पहाड़ के बड़े-बड़े टुकड़े लोगों के घरों तक इतनी रफ्तार से पहुंचे जैसे तोप से गोला दागा गया हो।
जमीनी हकीकत जानने भास्कर टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के समय पहाड़ी से सटे सरकारी स्कूल में उस वक्त 250 बच्चे पढ़ रहे थे। कंपन से क्लासरूम की छत की पट्टियां तक उखड़ गईं।
घटना के बाद से ही ग्रामीणों में रोष है। ब्लास्टिंग के धमाकों से घरों की छतों में दरारें आ चुकी हैं। अत्यधिक खनन के चलते ग्रामीणों की पूरी रात खौफ में बीतती है। रात में कोई भी बच्चों को कमरे के अंदर नहीं सुलाता।
दो बार राष्ट्रीय स्तर पर और दो बार राज्य स्तरीय श्रेष्ठ पंचायत पुरस्कार जीत चुका यह गांव अरावली की पहाड़ियों में हो रहे अवैध खनन के लिए सुर्खियों में है। करीब 250 घर वाले नारी गांव में जिस पहाड़ी पर हादसा हुआ, वो आबादी क्षेत्र से बिल्कुल लगती है। पहाड़ी के आस-पास करीब 50-60 मकान हैं। 10 मीटर दूर ही सरकारी स्कूल है।
नारी गांव का सरकारी स्कूल इसी पहाड़ी के साथ सटकर बना हुआ है। 12वीं तक के इस स्कूल में करीब 150 बच्चे पढ़ते हैं। घटना के वक्त भी स्कूल में बच्चे मौजूद थे, स्टाफ और बच्चों को पहाड़ गिरने पर कमरे में बैठे-बैठे ही जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। इससे पूरा स्कूल हिल गया।
स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली रितिका ने बताया कि हमें ऐसा लगा जैसे कोई भूकम्प आया हो। टीचर्स ने तुरंत हमें बाहर निकाल सुरक्षित जगह पर पहुंचाया।
पूरे स्कूल को खाली करवा लिया गया। अगर पहाड़ का कुछ हिस्सा गिरता तो स्कूल चपेट में आ सकता था। क्योंकि स्कूल के पीछे के 4 कमरे पहाड़ी के उस हिस्से से लगते हैं, जहां का हिस्सा बुधवार को जमींदोज हुआ था।