पल पल राजस्थान – पप्पू देतवाल
चित्तौड़गढ़। निम्बाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र में हुए प्रेमचंद गायरी की संदिग्ध मौत को लेकर अब मामला गरमाता जा रहा है। घटना के छह दिन बाद भी स्थानीय पुलिस इसे महज एक ट्रैक्टर दुर्घटना करार देने की कोशिश कर रही है, जबकि परिस्थितियाँ साफ तौर पर हत्या की ओर इशारा कर रही हैं। इसको लेकर गायरी समाज में आक्रोश व्याप्त है। सोमवार को गायरी समाज के सैकड़ों लोगों ने डिप्टी कलेक्टर कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण धरना दिया। इस धरने में पूर्व सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना भी शामिल हुए। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही। पूर्व मंत्री आंजना ने कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज की लड़ाई है। मैं इस संघर्ष में पीड़ित परिवार और गायरी समाज के साथ मजबूती से खड़ा हूं और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक पीछे नहीं हटूंगा।” धरने के दौरान पुलिस अधिकारियों ने समाज जनों से पांच दिन का समय और मांगा है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके खिलाफ केवल अपहरण और आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरण की धाराएं लगाई गई हैं। जबकि मृतक के परिवार और समाज की मांग है कि इस स्पष्ट हत्या को लेकर हत्या की धाराएं लगाई जाएं।समाज ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उचित धाराओं में कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।