पल पल राजस्थान / महावीर व्यास

भीलवाड़ा, भीलवाड़ा में एक परिवार ने तांत्रिक ने घर में शांति और आर्थिक उन्नति के लिए पूजन कराया। तांत्रिक ने परिवार को गहने एक कपड़े में लपेटकर अनाज में रखने का टोटका बताया।
इसके बाद गहनों को पार कर दिया। एक महीने बाद परिवार ने अनाज को खंगाला तो गहने गायब मिले। गुस्साए परिवार ने तांत्रिक को पकड़कर जंजीर से बांध दिया। घबराकर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
घटना भीलवाड़ा के मांडल थाना क्षेत्र के माली खेड़ा गांव में गुरुवार 22 मई को हुई थी। इसका वीडियो सोमवार को सामने आया।
मांडल थाना इंचार्ज राजपाल सिंह ने बताया- ऐसी घटना सामने आई है। हालांकि तांत्रिक और पीड़ित परिवार का समझौता हो गया। उन्होंने शिकायत नहीं दी। किसी भी पक्ष की ओर से शिकायत मिलेगी को कार्रवाई करेंगे।
जानकारी मिली है कि तांत्रिक ने गहने चुराकर अपने दोस्त को बेच दिए थे। बाद उसने पीड़ित परिवार को गहने लौटा दिए। गहने 3 तोला वजन के थे।
ये है पूरा मामला
माली खेड़ा गांव के एक व्यक्ति ने मांडलगढ़ (भीलवाड़ा) के लाड़पुरा गांव निवासी तांत्रिक दिलखुश सुथार को अप्रैल में अपने घर में सुख-शांति और आर्थिक उन्नति के लिए पूजन करने के लिए बुलाया था। हवन के दौरान तांत्रिक ने व्यक्ति से गले में पहना सोने का मांदलिया और रामनामी (गहने 3 तोला) को खोलकर सफेद कपड़े में बांधने को कहा।
इसके बाद पोटली को गेहूं में रखने के लिए कहा। यह भी कहा कि इसे एक महीने बाद निकालना। घर में शांति रहेगी और आर्थिक उन्नति होगी। परिवार ने ऐसा ही किया।
एक महीने बाद परिवार ने गेहूं में पोटली को तलाशा तो सिर्फ कपड़ा मिला, गहने गायब थे। तांत्रिक को फोन किया तो उसने रिसीव नहीं किया। इस पर परिवार को शक हुआ।