ऑनलाइन शॉपिंग से आतंक तक: FATF रिपोर्ट का बड़ा खुलासा – पुलवामा अटैक के लिए अमेजन से खरीदा गया विस्फोटक, गोरखनाथ हमले में PayPal से फंडिंग

पल पल राजस्थान @ लखन शर्मा 

आतंकवाद की फंडिंग को लेकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की हालिया रिपोर्ट ने दुनियाभर की सरकारों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को झकझोर कर रख दिया है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले में इस्तेमाल हुआ एल्यूमीनियम पाउडर अमेजन से ऑनलाइन खरीदा गया था, जबकि 2022 में गोरखनाथ मंदिर पर हमले के लिए आतंकी को PayPal के जरिए फंड भेजा गया था।

FATF की 131 पेज की रिपोर्ट ‘Comprehensive Update on Terrorist Financing Risk’ में इन दो मामलों को उदाहरण के तौर पर शामिल किया गया है ताकि यह बताया जा सके कि किस तरह आतंकी संगठन अब डिजिटल साधनों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल आतंक फैलाने में कर रहे हैं।

पुलवामा हमले का डिजिटल लिंक

2019 के पुलवामा हमले में जहां 40 CRPF जवान शहीद हो गए थे, उसकी पड़ताल के दौरान भारत की एजेंसियों ने यह पाया कि हमले में इस्तेमाल हुए विस्फोटक में मिलाया गया एल्यूमीनियम पाउडर ऑनलाइन अमेजन से खरीदा गया था। इस विस्फोटक का मकसद धमाके की तीव्रता को बढ़ाना था, जिससे अधिकतम जान-माल की क्षति हो सके।

गोरखनाथ हमले में PayPal के जरिए फंडिंग

FATF की रिपोर्ट में बताया गया है कि गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले के लिए आतंकी को ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म PayPal के माध्यम से पैसे भेजे गए। यह हमला भी सुनियोजित था और इसके पीछे डिजिटल माध्यमों के दुरुपयोग की एक और खतरनाक मिसाल सामने आई।

डिजिटल प्लेटफॉर्म्स आतंक की नई जमीन

FATF ने रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि ई-कॉमर्स साइट्स, ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स, गेमिंग प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया नेटवर्क आतंकी संगठनों के लिए नए टूल बनते जा रहे हैं। इनके जरिए न केवल फंडिंग की जा रही है बल्कि रिक्रूटमेंट और प्लानिंग जैसे कार्य भी हो रहे हैं।

FATF की सख्त चेतावनी

रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के कई देश अभी भी आतंकी फंडिंग को ट्रैक करने और रोकने में सक्षम नहीं हैं, जिससे आतंकी संगठन इन कमजोरियों का फायदा उठा रहे हैं। FATF ने ग्लोबल डिजिटल कंपनियों और सरकारों से अपील की है कि वे इस खतरे को गंभीरता से लें और ठोस नियंत्रण प्रणाली विकसित करें।


यह रिपोर्ट क्यों है अहम?

  • आतंकी फंडिंग के बदलते तरीके उजागर
  • ई-कॉमर्स और ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम का दुरुपयोग
  • सरकारों और प्लेटफॉर्म्स के लिए सख्त चेतावनी

निष्कर्ष:

FATF की रिपोर्ट यह साबित करती है कि आतंक अब सिर्फ बॉर्डर पार से नहीं आता, वह आपके फोन और लैपटॉप के जरिए भी आ सकता है। अमेजन और PayPal जैसी विश्वसनीय सेवाओं का दुरुपयोग आतंकवादी कर रहे हैं – और यह पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है।

अब सवाल उठता है — क्या हमारी डिजिटल व्यवस्था इस खतरे से निपटने के लिए तैयार है?

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