
भीलवाड़ा में पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट के समधी और रत्नाकर ग्रुप के मालिक शंकर लाल जाट के व्यावसायिक ठिकानों पर जयपुर जोनल के डायरेक्टोरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की टीम ने छापा मारा है। इस बड़ी कार्रवाई में अब तक 30 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है।
फर्जीवाड़े से सरकार को करोड़ों का नुकसान
DGGI की जाँच में यह बात सामने आई है कि रत्नाकर ग्रुप ने फर्जी चालानों के जरिए करोड़ों का घोटाला किया, जिससे सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हुआ। अधिकारियों का मानना है कि फर्जी बिलिंग का यह नेटवर्क राजस्थान के कई जिलों में फैला हुआ है। इस घोटाले से जुड़ी टैक्स चोरी 75 से 80 करोड़ रुपये तक हो सकती है।
कारोबारी और राजनीतिक गलियारों में हड़कंप
इस कार्रवाई से भीलवाड़ा के व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों के मुताबिक, आने वाले दिनों में कुछ और व्यापारी और फर्म भी जाँच के दायरे में आ सकते हैं। पूर्व मंत्री के रिश्तेदार के यहाँ हुई इस छापेमारी ने न सिर्फ व्यापारिक बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी खलबली मचा दी है। शुक्रवार को भी रत्नाकर ग्रुप के ठिकानों पर तलाशी जारी है।
DGGI ने कारोबारी को 18 करोड़ रुपये तुरंत जमा कराने को कहा है, ऐसा न करने पर गिरफ्तारी भी हो सकती है। यह भीलवाड़ा में जीएसटी विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।