पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर के चित्रकूट नगर स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल के ठीक सामने, सड़क किनारे एक गुजरात नंबर की वैगन आर कार पिछले सात दिनों से पलटी हुई अवस्था में पड़ी है। यह सिर्फ एक दुर्घटनाग्रस्त वाहन नहीं, बल्कि अब इस मार्ग से गुजरने वाले हर शख्स के लिए एक ‘मिस्ट्री स्पॉट’ बन गया है। आश्चर्य की बात यह है कि दुर्घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद, न तो संबंधित पुलिस थाने की टीम ने इस कार को हटाने की जहमत उठाई है और न ही कार मालिक का कोई अता-पता है. स्थानीय लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर यह कार यहाँ कब से पड़ी है और क्यों इसे हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
रोजाना इस रास्ते से गुजरने वाले लोग रुके-रुके इस पलटी हुई कार को निहारते हैं। किसी को अंदेशा है कि कोई बड़ा हादसा हुआ होगा, तो कोई कयास लगा रहा है कि शायद मालिक ने इसे यहीं छोड़ दिया है। बच्चों के लिए यह कौतूहल का केंद्र बन गई है, वहीं बड़ों के लिए यह प्रशासन की सुस्ती का जीता-जागता उदाहरण हैं। यह सवाल अब भी अनुत्तरित है कि क्या यह कार यहाँ से कभी हटेगी, या यह चित्रकूट नगर के इस मोड़ पर एक ‘स्थायी स्मारक’ बनकर रह जाएगी? स्थानीय प्रशासन और पुलिस से उम्मीद है कि वे जल्द ही इस मामले का संज्ञान लेंगे और इस ‘सड़क किनारे की पहेली’ को सुलझाएंगे।