बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड: धर्मांतरण और शोषण के आरोपी की जमानत अर्जी खारिज, कोर्ट ने कहा- “समाज में जहर घोलने वाला अपराध”

बिजयनगर थाना पुलिस ने कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से 11 बालिग और 5 नाबालिग है।

पल पल राजस्थान@लखन शर्मा  

अजमेर। पॉक्सो कोर्ट अजमेर ने सोमवार को बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड के मुख्य आरोपी अफराज उर्फ जिब्राहील (18) की जमानत अर्जी को सख्ती से खारिज कर दिया। आरोपी पर नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ब्लैकमेल करने, अश्लील वीडियो बनाने और मुस्लिम धर्म कबूलने का दबाव डालने जैसे गंभीर आरोप हैं। कोर्ट ने अपने फैसले में सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, “यह अपराध केवल पीड़िताओं तक सीमित नहीं, बल्कि दो समुदायों के बीच नफरत की खाई पैदा करने का सुनियोजित प्रयास है।”

गैराज में हेल्पर, पर गैंग का मास्टरमाइंड
भीलवाड़ा के गुलाबपुरा निवासी अफराज स्थानीय गैराज में हेल्पर था, लेकिन उसके इरादे बेहद खौफनाक थे। वह स्कूल जाने वाली लड़कियों को निशाना बनाता, उनका विश्वास जीतकर मोबाइल देता और फिर अपने दोस्तों से बातचीत के लिए मजबूर करता। एक बार जाल में फंसी लड़की की फोटो-वीडियो बना ब्लैकमेल का सिलसिला शुरू हो जाता।

कोर्ट की दो टूक: “धर्म के नाम पर ब्लैकमेल, बेहद संवेदनशील मामला”
सरकारी वकील प्रशांत यादव के अनुसार, कोर्ट ने कहा कि आरोपी ने लड़कियों को न केवल फिजिकल रिलेशन के लिए मजबूर किया बल्कि मुस्लिम धर्म अपनाने और रोजा रखने का दबाव भी बनाया। अदालत ने टिप्पणी की कि “इस तरह के कृत्य समाज को तोड़ने वाले हैं और नाबालिग बच्चियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।”

पहले ही चार आरोपियों की जमानत हो चुकी खारिज
इससे पहले इसी केस में पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी, कैफे संचालक श्रवण जाट और दो नाबालिगों की जमानत याचिका भी कोर्ट खारिज कर चुका है। कोर्ट लगातार यह संदेश दे रहा है कि बच्चियों के खिलाफ ऐसे संगठित अपराधों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मोहल्ले के लड़कों का गैंग, स्कूल गर्ल्स को बनाया शिकार
इस गैंग में शामिल सभी युवक मजदूरी, वेल्डिंग, फर्नीचर और पेंटिंग जैसे काम करते थे। हैरानी की बात यह कि इनमें से कोई भी स्कूल नहीं जाता था, फिर भी ये स्कूल जाने वाली लड़कियों को अपने जाल में फंसाने में कामयाब रहे। आरोपी आपस में पीड़िताओं के नंबर और वीडियो शेयर करते थे, ताकि हर कोई अपना हिस्सा ले सके।

ब्लैकमेलिंग का फॉर्मूला: फोटो-वीडियो के दम पर दबाव, धर्मांतरण की साजिश
गैंग का काम करने का तरीका एकदम फिल्मी स्टाइल में था। पहले लड़की को फंसाना, फिर उसकी अश्लील क्लिप बनाना और उसके बाद रोजा रखने, कलमा पढ़ने और धर्म बदलने के लिए मजबूर करना। अगर कोई लड़की मना करती, तो उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती।

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