पल पल राजस्थान/ महावीर व्यास

भीलवाड़ा, सरकारी अधिकारी को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर कॉन्स्टेबल ने उसे लड़की के साथ 7 घंटे चौकी में बैठाए रखा था। जब पीड़ित अधिकारी ने 80 हजार की रकम ट्रांसफर की तब जाकर छोड़ा। अधिकारी ने FIR में आरोपी कॉन्स्टेबल के खिलाफ कई संगीन आरोप लगाए हैं।
कॉन्स्टेबल ने पहले 5 लाख मांगे थे, इसके बाद 1 लाख 30 हजार रुपए में डील की। इसमें 80 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए। आरोप है कि मामला रफा दफा करने की एवज में कॉन्स्टेबल ने एसपी, DSP और सीआई के नाम पर रुपयों की मांग की थी।
थाने में दी रिपोर्ट में पीड़ित का दावा है कि कॉन्स्टेबल एक गिरोह चलाता है, इसमें कई युवक-युवतियां काम करते हैं। जो लोगों को फंसा कर रुपए ऐंठने का काम करते हैं।
मामला भीलवाड़ा के मांडल थाने की नानकपुरा चौकी का है।
1. युवती ने मांगी थी लिफ्ट: अधिकारी ने FIR में क्या बताया- 28 मई दोपहर साढ़े 3 बजे वह भीलवाड़ा से शाहपुरा की तरफ जा रहा था। इसी दौरान मांडल चौराहे पर एक युवती ने उससे लिफ्ट मांगी। इस दौरान युवती की रास्ते में तबीयत खराब हुई तो अधिकारी उसे प्रेम प्रकाश होटल ले गया।
2. होटल में 2 लोग आए चौकी ले गए: FIR में बताया- होटल पहुंचने के 30 मिनट बाद 2 लोग आ गए, उन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताया और युवती समेत अधिकारी को मांडल थाने की नानकपुरा चौकी ले गए। वहां मौजूद व्यक्ति ने खुद का नाम हंसराज गुर्जर (कॉन्स्टेबल) बताया।
3. रेप केस में फंसाने की धमकी: FIR में पीड़ित अधिकारी ने बताया- हंसराज ने उसे रेप केस में फंसा देने की धमकी दी। मामला रफा-दफा करने की एवज में 5 लाख रुपए की डिमांड की। इसके बाद कॉन्स्टेबल से 1 लाख 30 हजार रुपए में सौदा हुआ। इसमें अधिकारी ने 80 हजार रुपए महेंद्र गाडरी नाम के युवक के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किए।
4. एसपी, DSP के नाम से रुपए मांगे: FIR में आरोप है कि चौकी पर हो रही बातों से पीड़ित को शक हुआ कि सभी आपस में मिले हुए हैं और एक गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं। सभी महिलाओं और ब्रोकर का एक ग्रुप बनाया हुआ है। जिसके नाम पर ठगी की जाती है। पीड़ित का आरोप है कि चौकी पर उसे डरा-धमका कर एसपी, DSP और सीआई के नाम पर रुपए की डिमांड की गई थी। इसके बाद पीड़ित थाने पहुंचा और FIR दर्ज करवाई।