
डूंगरपुर जिले के बड़ौदा गांव में जैन श्वेतांबर समाज ने कुछ स्थानीय असामाजिक तत्वों पर समाज की जमीन पर बने निर्माणाधीन परकोटे को तोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। इस संबंध में समाज के प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और जमीन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
जैन समाज के प्रतिनिधिमंडल में भंवरलाल जैन, सूरजमल जैन समेत बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। उन्होंने बताया कि गांव में समाज के नाम से पंजीकृत एक भूमि है, जिसकी रक्षा के लिए चारदीवारी (परकोटा) का निर्माण करवाया जा रहा है। इस जमीन पर आधे हिस्से में परकोटा पूरा हो चुका है जबकि बाकी हिस्से में निर्माण कार्य प्रगति पर है।
समाज का आरोप है कि कुछ असामाजिक तत्व इस जमीन पर कब्जा करने के इरादे से वहां शराब पीने जैसी गतिविधियों में लिप्त हैं और निर्माण कार्य में लगातार बाधा पहुंचा रहे हैं। 25 जुलाई को शंकर भोई और उनके परिवार के कुछ लोगों ने मौके पर पहुंचकर परकोटा तोड़ना शुरू कर दिया। जब समाज के लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे। इस दौरान आरोपियों ने महिलाओं को आगे कर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी।
घटना की सूचना मिलते ही दोवड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया। समाज के अनुसार, इस तोड़फोड़ से करीब डेढ़ लाख रुपये का नुकसान हुआ है और अतिक्रमण की आशंका अब भी बनी हुई है।
समाज ने प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकार की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए और समाज की भूमि को स्थायी रूप से सुरक्षित किया जाए। इसके साथ ही समाज ने अतिक्रमण हटाने और जमीन की कानूनी सुरक्षा के लिए स्थाई निगरानी की व्यवस्था करने की भी अपील की है।