
राजस्थान के एक सेना के जवान को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार में किया गया है। बालोतरा जिले के रहने वाले सेना के कॉन्स्टेबल ने गर्लफ्रेंड के साथ स्मगलिंग का रैकेट बना रखा था।
वो नौकरी से छुट्टी लेकर तस्करी कर रहा था। आरोपी सहित 3 लोगों को दिल्ली पुलिस ने 18 अफीम के पैकेट के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस को उनकी गाड़ी से आरोपी जवान की लाइसेंसी पिस्टल भी मिली है।
जांच एजेंसियों को आरोपी जवान ने बताया कि वो जल्द अमीर बनने और अय्याशी के लिए तस्करी कर रहा था। वो सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहता था।
दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच को 7 जुलाई को सेनापति (मणिपुर) से क्रेटा कार में लाई जा रही अफीम की जानकारी मिली थी। दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके से निकल रही क्रेटा की जांच की तो उसमें अफीम के पैकेट मिले।
कार में सिणधरी (बालोतरा) का रहने वाला सेना का कॉन्स्टेबल गोधुराम, उसकी गर्लफ्रेंड देवी और साथी पीराराम भी थे। कार की तलाशी में एक पिस्टल भी पुलिस को मिली थी।
जानकारी के अनुसार तस्कर गोधुराम कच्छ (गुजरात) में पोस्टेड है। फरवरी 2024 में आरोपी तीन महीने की छुट्टी लेकर आया था, लेकिन उसके बाद वापस नौकरी पर लौटा ही नहीं।
सेना की ओर से उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है या नहीं इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने बुधवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से इन्हें रिमांड पर भेजा है।
कुछ महीने आरोपी कॉन्स्टेबल की मुलाकात एक और तस्कर भागीरथ से हुई थी। भागीरथ की ऐशो-आराम की जिंदगी देखकर गोधुराम ने भी स्मगलिंग करना शुरू कर दिया।
मणिपुर से जोधपुर तक अफीम की खेप पहुंचाने के प्रति ट्रिप 3 लाख रुपए मिलते थे। भागीरथ की गिरफ्तारी के बाद गोधुराम जोधपुर से श्रवण विश्नोई के लिए काम करने लगा।
बताया जा रहा है दिल्ली में पकड़े जाने से पहले उसने 23 लाख में अफीम की खेप रमेश मैती से मणिपुर में खरीदी थी। इसमें से उसे 8 किलो की सप्लाई दिल्ली और 10 किलो जोधपुर में देनी थी।
पुलिस से बचने के लिए वो गर्लफ्रेंड को लेकर गया था। स्मगलिंग के दौरान साथ रहने के लिए आरोपी गर्लफ्रेंड को भी 50 हजार रुपए देता था।