pal pall rajasthan/ mahaveer vyas
उदयपुर के गोगुंदा में पुनावली पंचायत के मादरेचों का गुड़ा में खेत में मिली नवजात के मामले में नया मोड़ आया है। बीती रात को सुआवतों का गुड़ा की कुछ महिलाएं एक प्रसूता के साथ पदराड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंची। महिला बीना कुंवर पत्नी मोहन सिंह वहां भर्ती नवजात कन्या को अपना बताने लगी। हालांकि नवजात को उसे नहीं सौंपा गया।
सीएचसी के डॉ. अंकित पुरोहित ने बताया कि बीना कुंवर के साथ एक व्यक्ति व दो-तीन महिलाएं आई थीं। जिन्होंने बताया कि बीना कुंवर मंदबुद्धि है। उसके एक बच्चा है और यह दूसरी डिलीवरी है, जो मंगलवार सुबह खेत पर काम करते वक्त हुई थी। उन्होंने बताया कि बीना कुंवर अकेली खेत पर काम कर रही थी। तभी प्री-डिलीवरी हो गई और वो नवजात को खेत में ही डालकर घर पर आ गई।

इसके बाद बीना कुंवर के घर सामने रहने वाले लोग उसके खेत के पास से गुजर रहे थे। तभी नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी। खेत से बीना कुंवर के घर तक कुछ खून के धब्बे दिखे। नवजात को उदयपुर हॉस्पिटल रेफर किया है, जहां बीना और उसका परिवार पहुंच गए हैं। अपनी बच्ची होने का दावा करने वाली महिला से डॉक्टरों ने ममता कार्ड, जनाधार कार्ड और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज मांगे हैं। बीना कुंवर का पति सूरत में काम करता है।
झाड़ियों के बीच पड़ी मिली थी नवजात मंगलवार सुबह मादरेचों का गुड़ा के पास एक खेत में झाड़ियों के बीच नवजात कन्या पड़ी हुई मिली। उसके रोने की आवाज सुनकर पास से गुजर रहे व्यक्ति को इसका पता लगा था। उसकी सूचना मिलने पर पुलिस व पटवारी ने मौके पर पहुंचकर नवजात को हॉस्पिटल पहुंचाया था। नवजात के शरीर पर कांटे लगने से खून निकल रहा था। हालांकि हॉस्पिटल में नवजात की स्थिति ठीक है। इधर, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।