
प्रतापगढ़ – पूर्व कैबिनेट मंत्री नंदलाल मीणा का अंतिम संस्कार रविवार यानी आज प्रतापगढ़ के अंबा माता में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर से हेलिकॉप्टर से अंबा माता पहुंचे। वे हेलीपैड से सीधे दिवंगत नेता के निवास पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।
अंतिम संस्कार में भाजपा संगठन के कई बड़े नेता, मंत्री, विधायक और पदाधिकारी भी शामिल होने पहुंचे।
अहमदाबाद में ली अंतिम सांस
बता दें.. नंदलाल मीणा ने लंबी बीमारी के बाद अहमदाबाद के अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके बेटे हेमंत मीणा राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
नंदलाल मीणा का जन्म 25 जनवरी 1946 को प्रतापगढ़ जिले के अम्बामाता का खेड़ा गांव में हुआ था। उनके पिता किशनलाल और माता देवीबाई थीं। उन्होंने मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय, उदयपुर से बी.ए. और एल.एल.बी. की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद वे खेती-बाड़ी के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक जीवन में सक्रिय हो गए। 20 जून 1968 को उनकी शादी सुमित्रा देवी से हुई। उनके एक पुत्र और पांच पुत्रियां हैं।
नंदलाल मीणा ने साल 1972 में पहला चुनाव लसाड़िया विधानसभा से लड़ा। मगर वे चुनाव नहीं जीत सके। 1977 में वे पहली बार जनता पार्टी के टिकट पर उदयपुर ग्रामीण सीट से विधायक बने।
बीजेपी के गठन के समय मुंबई में मौजूद रहे
जनता पार्टी के विभाजन के बाद, 1980 में मुंबई अधिवेशन में जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गठन हुआ, तब नंदलाल मीणा भी प्रतापगढ़ से वहां मौजूद थे। वे भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक बने और आदिवासी बहुल इलाकों में पार्टी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
7 बार विधायक और 3 बार मंत्री रहे
नंदलाल मीणा कुल 7 बार विधायक, एक बार सांसद और तीन बार राजस्थान सरकार में मंत्री रहे। वसुंधरा राजे सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। मंत्री रहते हुए उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में हॉस्टल, एनीकट, सिंचाई योजनाएं और सड़कों का व्यापक जाल बिछाया।