
प्रदेश के जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री और डूंगरपुर जिले के प्रभारी मंत्री बाबूलाल खराड़ी शनिवार को डूंगरपुर दौरे पर रहे। सर्किट हाउस पहुंचने पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने सरकार की जनहितकारी योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी, वहीं भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) और उसके सांसद राजकुमार रोत पर जमकर निशाना साधा।
भील प्रदेश की मांग पर तीखा पलटवार
प्रभारी मंत्री खराड़ी ने बीएपी सांसद राजकुमार रोत द्वारा संसद में ‘भील प्रदेश’ की मांग को लेकर उठाए गए मुद्दे पर पलटवार करते हुए कहा कि भारत में जाति, भाषा और क्षेत्रवाद के नाम पर कोई भी नया राज्य नहीं बना है और ना ही बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हर जाति और भाषा के आधार पर राज्य बनने लगे तो देश में अलगाववाद को बढ़ावा मिलेगा।
“रोत जो नक्शा दिखा रहे हैं, वो माओवादियों का है”
मंत्री ने सांसद रोत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे जो भील प्रदेश का नक्शा लहरा रहे हैं, उसमें राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के क्षेत्र शामिल हैं। यह नक्शा माओवाद और अंग्रेजों के जमाने की सोच का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “इन नेताओं की बातें सिर्फ मुखौटा हैं, इनके पीछे माओवाद और ईसाई संस्थाएं काम कर रही हैं जो आदिवासी समाज को बरगलाने का प्रयास कर रही हैं।”
“आदिवासी नाम पर हो रहा राजनीतिक व्यापार”
बाबूलाल खराड़ी ने कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी पर आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां आदिवासियों की पीड़ा और अधिकारों का व्यापार करती हैं। वर्ष 2020 में कांकरी डूंगरी में हुए आंदोलन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बीएपी नेताओं ने बेरोजगार युवाओं को भड़काया, जिससे सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ और कई युवाओं पर मुकदमे दर्ज हो गए। अब वे कोर्ट-कचहरियों के चक्कर लगा रहे हैं।
“1167 सीटों पर भ्रम फैलाया, युवाओं का भविष्य खराब किया”
उन्होंने कहा कि बीएपी ने 1167 सीटों के लिए हुए आंदोलन में युवाओं को गलत जानकारी देकर भड़काया, जबकि वे सीटें सभी वर्गों के लिए खुली थीं। इससे आदिवासी युवा परीक्षा की तैयारी की बजाय आंदोलन में उतर गए और कई का भविष्य दांव पर लग गया।
सांसद ने संसद में लहराया था पोस्टर
गौरतलब है कि बीएपी सांसद राजकुमार रोत ने हाल ही में संसद परिसर में ‘भील प्रदेश’ की मांग को लेकर एक पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा था कि उन्होंने संसद में ऐतिहासिक आवाज बुलंद की है।
मंत्री के बयान के बाद सियासी माहौल गरम
मंत्री बाबूलाल खराड़ी के इन बयानों के बाद जिले और जनजातीय राजनीति में सियासी गर्मी तेज हो गई है। आने वाले समय में इस मुद्दे पर बीएपी और कांग्रेस की ओर से पलटवार की संभावना जताई जा रही है।