इन आत्मघाती ड्रोन से पाकिस्तान में तबाही…ऑपरेशन सिंदूर में ऐसे फाइटर जेट, मिसाइलों का इस्तेमाल जिससे उड़ी मुनीर की नींद

pal pal rajasthan

नई दिल्ली: 7 मई 2025 को भारतीय सेना ने आधी रात को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। यह एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन है, जिसका मकसद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के नौ आतंकी ठिकानों को तबाह करना था। इस ऑपरेशन में खास तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया गया। भारत ने यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की है। उस हमले में 26 लोग मारे गए थे। इस हमले को अंजाम देने में भारत ने किन आधुनिक फाइटर जेट और ड्रोन का इस्तेमाल किया। माना जा रहा है कि इससे पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने तबाह हो गए और कम से कम 100 आतंकियों को मार गिराया गया है। माना जा रहा है कि भारत की इस एयरस्ट्राइक के बारे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी फौज के प्रमुख असीम मुनीर भी सोच नहीं पाए होंगे। जानते हैं पूरी कहानी, कैसे ड्रोन से भारतीय सेना ने पाकिस्तान में कर दिया खेल।

भारत के पास पाकिस्तान से काफी ज्यादा ड्रोन

एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारत के पास अगले दो से चार सालों में लगभग 5,000 मिलिट्री ड्रोन्स होंगे। पाकिस्तान के पास भारत से कम ड्रोन्स हैं। पाकिस्तान के पास 10 से 11 अलग-अलग डिजाइन के ड्रोन्स हैं। भारतीय सेना के पास लगभग 50 MALE ड्रोन हैं, जो निगरानी और लक्ष्य निर्धारण के लिए उपयोग किए जाते हैं। इन ड्रोनों में इजरायल के हेरोन मार्क-I, मार्क-II और सर्चर-II शामिल हैं। भारत सरकार ने 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के लिए अमेरिका के साथ एक डील की है, जिसकी कीमत 32,000 करोड़ रुपए है। इसके अलावा, भारत के पास 10,000 करोड़ रुपये में खरीदे गए 97 स्वदेशी ड्रोन भी हैं, जो सीमा निगरानी के लिए उपयोग किए जाते हैं।

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