पल पल राजस्थान। महावीर व्यास
उदयपुर । श्री जी हुजूर अरवीन्द सिंह सा मेवाड के स्वर्गवास उपरान्त श्री साधुमार्गी जैन संघ , उदयपुर शोक संतप्त राज परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करने उपस्थित हुआ , राज परिवार द्वारा उपस्थित साधुमार्गीं जैन संघ के 50 से अधिक संघ सदस्यों को विशेष समय प्रदान किया तथा संघ अध्यक्ष श्री सागर जी गोलछा सा द्वारा शोक संदेश व राजपरिवार व साधुमार्गी जैन संघ , उदयपुर के दशकों पुराने इतिहास के कुछ चुनिंदा अविस्मरणीय प्रसंग सुनाए जिसे श्री लक्ष्यराज जी मेवाड सा व वहां उपस्थित अनेक सामाजिक , धार्मिक संगठन व परिवार जन ने ध्यान से श्रवण किया।
शोक संदेश वाचन पश्चात एक नवकार महामंत्र का लयबद्ध उच्चारण किया।
उस समय श्री लक्ष्यराज जी सा मेवाड व उनके नन्हे सुपुत्र सहित पुरी सभा मे सभी ने हाथ जोडकर ध्यान मग्न हो नवकार मंत्र की स्वरलहरी का श्रवण किया , यह पल अति शांत वातवरण निर्मित कर देने वाला था।
बाद श्री लक्ष्यराज जी मेवाड सा ने श्री साधुमार्गी जैन का नाम लेकर उनके यहां पधारकर परिवार को इस घढी मे ढांढस बंधाने हेतु धन्यवाद दिया तथा राजपरिवार व श्री साधुमार्गी जैन संघ के गहरे आत्मियता से सदैव जुडे रहने का भाव व्यक्त किया।
गोरतलब है साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व आचार्यश्री नानेश का युवाचार्य
चादर प्रदान समारोह दशको पूर्व सुरज गोखडा , राजमहल मेहुआ तब लागभग 30000 की संख्या मे श्रद्धालु उपस्थित हुए थे।
संघ मंत्री आशीष सहलोत ने बताया की संघ राजपरिवार व साधुमार्गी संघ के आत्मीयता को सदैव स्मृती पटल पर रखता हैषव आगे भी वही भाव है।
