पल पल राजस्थान। महावीर व्यास
उदयपुर।
श्री श्री 1008 श्री कल्ला जी राठौड़ कुन्यु कल्याण धाम, खेमपुरा में शुक्रवार को श्री कल्ला जी राठौड़ का 482वां जन्मोत्सव श्रावण शुक्ल अष्टमी के पावन अवसर पर बड़ी श्रद्धा, धार्मिक उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया गया।
यह आयोजन लोक आस्था और संस्कृति का सजीव प्रतीक बना, जिसमें खेमपुरा सहित आसपास के गांवों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु, संत, महंत, महिलाएं, पुरुष व बच्चे उपस्थित रहे।
विधिवत पूजा-अर्चना से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ वीरपूरा स्थित मुख्य धाम के गादीपति श्री गातोड़ जी बावजी के प्रतिनिधि पूज्य श्री मोहनलाल जी शर्मा द्वारा बम्बी पूजन व ध्वज पूजन कर किया गया। पूरे विधि-विधान से की गई इस पूजा में वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। मंत्रोच्चार, ध्वनि वादन और श्रद्धालुओं के जयघोष से पूरा धाम गुंजायमान हो उठा।
गादीपति श्री मदन सिंह जी चौहान ने दिया आशीर्वाद
खेमपुरा धाम के गादीपति श्री मदन सिंह जी चौहान ने अपने आशीर्वचनों से श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि श्री कल्ला जी राठौड़ केवल एक ऐतिहासिक योद्धा या संत नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना, परमार्थ और धर्म रक्षा के प्रतीक हैं। उनका जीवन हमें सत्कर्म, साहस और सेवा का संदेश देता है।
श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
सुबह से ही श्रद्धालु दंपति, युवाओं व बच्चों के साथ खेमपुरा धाम पहुंचने लगे थे। दर्शन, पूजन, प्रसादी व झांकी दर्शन का सिलसिला दिनभर चलता रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना में भाग लिया। मंदिर परिसर को फूलों व रंग-बिरंगी सजावट से सजाया गया था, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
आयोजन समिति की सक्रिय भागीदारी
जन्मोत्सव आयोजन को सफल बनाने में मंदिर प्रवक्ता छगन सालती, महेन्द्र कटारा, प्रताप सिंह चौहान सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने सेवाभाव से भाग लिया। महिला मंडल ने भजन-कीर्तन के माध्यम से वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। जगह-जगह प्रसाद वितरण व पानी की व्यवस्था भी श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए की गई।
समर्पण और आस्था का परिचायक
यह आयोजन श्रद्धा और सामाजिक एकजुटता का प्रतीक बना, जहां सभी वर्गों के लोग बिना भेदभाव के उपस्थित रहे। बच्चों से लेकर वृद्धजन तक सभी ने आस्था के साथ श्री कल्ला जी की चरण वंदना की। आयोजकों ने बताया कि आने वाले वर्षों में भी यह आयोजन और भव्य रूप में किया जाएगा।
समापन पर हुआ महाआरती व प्रसादी वितरण
संध्या आरती में सैकड़ों दीपों से रोशन मंदिर परिसर में भक्ति का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। महाआरती के पश्चात भक्तों को प्रसादी वितरित की गई। समापन पर भक्तों ने पुनः ‘श्री कल्ला जी महाराज की जय’ के जयकारों के साथ आयोजन को विराम दिया।