पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर । जल स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, बाँसवाड़ा के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार जांगिड की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उदयपुर ACB की टीम ने रविवार को जांगिड के खिलाफ बेनामी संपत्ति, आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के आरोपों की जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
ACB की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अशोक जांगिड ने अपने नाम पर 19 अचल संपत्तियां, पत्नी के नाम 3 संपत्तियां, और बेटे निखिल जांगिड के नाम 32 संपत्तियां खरीदी हैं। इन संपत्तियों में जयपुर, पावटा, श्रीमाधोपुर, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा और जैसलमेर जैसे स्थानों में फार्म हाउस, दुकानें, मकान, खनिज लीज और व्यावसायिक प्लॉट शामिल हैं।
विशेष बात यह है कि निखिल जांगिड के नाम दर्ज खनिज लीजों के संचालन में करोड़ों रुपये की मशीनरी – जैसे डंपर, ब्लास्टिंग मशीन और पोकलेन – में भारी निवेश किया गया है। जांगिड परिवार के कुल 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपये की राशि का पता भी चला है।
ACB के अनुसार, बच्चों की स्कूली, कोचिंग और उच्च शिक्षा पर भी करीब 30 लाख रुपये का खर्च दर्ज किया गया है। जांच के तहत ACB ने PHE विभाग बांसवाड़ा, खनिज विभाग, उप-पंजीयक कार्यालय सहित कई संस्थानों से दस्तावेज जब्त किए हैं।
फिलहाल ACB की टीमें जयपुर के वैशाली नगर, पावटा, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा और टोंक में संदिग्ध संपत्तियों पर छापेमारी कर रही हैं। साथ ही, अभियंता अशोक जांगिड और उनके परिजनों से पूछताछ जारी है।