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ब्यावर। ब्यावर के सिविल लाइन थाना पुलिस ने एक बड़ी धोखाधड़ी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों पर 57 लाख रुपए की राशि हड़पने का आरोप है, जिसमें उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए एक आवासीय संपत्ति का बेचान किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
नृसिंहपुरा अजमेर रोड ब्यावर निवासी कैलाश चौधरी ने 12 सितंबर 2024 को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। कैलाश ने बताया कि हसन अब्बास, जो कि दौरा, अजमेर का निवासी है, ने 31 अगस्त 2023 को एक आवासीय संपत्ति का इकरारनामा दिखाया। इस इकरारनामे में संपत्ति का मूल्य 60 लाख रुपए अंकित था। हसन ने इसे अपनी संपत्ति बताकर धोखाधड़ी करते हुए कैलाश से 57 लाख रुपए नकद में संपत्ति का सौदा किया। बाद में कैलाश को पता चला कि उक्त संपत्ति का अस्तित्व ही नहीं था, और वह सिर्फ फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से एक झूठा सौदा हुआ था।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हसन अब्बास, उसके पिता पीरू अली, अजय चौधरी और अनिल जॉर्ज ने मिलकर इस धोखाधड़ी की साजिश रची। अनिल जॉर्ज द्वारा हसन के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए, ताकि इन दस्तावेजों के जरिए संपत्ति को आगे बेचने का रास्ता खोला जा सके। इसके बाद कैलाश को यह संपत्ति वाजिब कीमत पर होने का दावा कर 57 लाख रुपए नकद में सौदा किया गया।
पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों, अनिल जॉर्ज और अजय चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी अजमेर के निवासी हैं। पुलिस ने इस मामले में अन्य आरोपियों, हसन अब्बास और उसके पिता पीरू अली की तलाश शुरू कर दी है। इस धोखाधड़ी के पूरे मामले की जांच जारी है, और पुलिस के अनुसार जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।