पल पल राजस्थान – हर्ष जैन
उदयपुर। उदयपुर की अपराध की दुनिया का किंग और खुद को “उदयपुर का डॉन” कहलवाने वाला कुख्यात अपराधी दिलीप नाथ आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। केवड़े की नाल में नाकाबंदी के दौरान फिल्मी अंदाज में उसे और उसके साथी विष्णु पालीवाल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस और अपराध की इस लुका-छुपी में सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आया जब नाई थाना का हिस्ट्रीशीटर दिलीप नाथ महिला के वेश में, सलवार सूट पहनकर, लिपस्टिक लगाकर और सिर पर महिला का विग लगाकर पहाड़ी की ओर भाग रहा था! दिलीप नाथ पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, ज़मीन कब्जा और डराने-धमकाने जैसे दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड में उसका नाम एक कुख्यात ज़मीन माफिया और संगठित अपराध सरगना के रूप में दर्ज है। पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि वह बिहार से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने की तैयारी में था और वीजा का इंतजार कर रहा था। पुलिस ने खेरवाड़ा, बिछीवाड़ा, श्यामलाजी और गुजरात के कई इलाकों में नाकाबंदी कर उसकी घेराबंदी की थी, लेकिन हर बार वो पुलिस को चकमा देकर भाग निकलता। आखिरकार एक पक्की सूचना मिली कि काली स्कॉर्पियो में एक महिला और पुरुष उदयपुर की तरफ आ रहे हैं। केवड़े की नाल में नाकाबंदी के दौरान स्कॉर्पियो से उतरकर एक महिला सलवार सूट में पहाड़ी की तरफ दौड़ी। पुलिस को शक हुआ और जब पकड़ा तो सामने आया कि यह महिला नहीं बल्कि खुद उदयपुर का डॉन दिलीप नाथ था! गिरफ्तारी के वक्त दिलीप नाथ ने लिपस्टिक, महिलाओं का विग और पूरा महिला रूप धारण कर रखा था ताकि पहचान छुपाकर फरार हो सके। उसके साथ उसका साथी विष्णु पालीवाल भी गिरफ्तार हुआ। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि दिलीप अपने साथी नरेश पालीवाल और यशपाल सालवी के साथ मिलकर उदयपुर और आसपास के इलाकों में जमीनों पर कब्जा, गुंडागर्दी और लोगों को धमकाने का नेटवर्क चला रहा था। उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने कहा “दिलीप नाथ उदयपुर का कुख्यात डॉन है। यह गिरोह बनाकर संगठित अपराध चला रहा था। इसकी गिरफ्तारी से पूरे गिरोह की कमर टूटी है। जल्दी ही बाकी आरोपी भी सलाखों के पीछे होंगे। महिला के वेश में भागने का उसका नाटक ज्यादा देर नहीं चला।”
