पल पल राजस्थान – कपिल माली
उदयपुर बारीश के बाद एवं सामान्य दिनों में सड़कों पर आये दिन होने गढ्ढों से न केवल आमजन वरन् नगर निगम एवं नगर विकास प्राधिकरण भी परेशान है। इन पर प्रतिवर्ष करोड़ों रूपयें खर्च करने के बावजूद सड़कों पर पुनःगढ्ढ़े हो जाते है। नेचुरल सेमेको प्रा.लि. कम्पनी जियो पॉलीमर तकनीक के जरिये इस समस्या से निजात दिलानें के लिये प्रयासरत है।
कम्पनी के निदेशक दीपक परिहार ने आयोजित एक सेमिनार में बताया कि कम्पनी ने एक अनूठी पहल की है जिसमें सी सी रोड़ मरम्मत के काम करवाये गए इसमें सड़को पर होने वाले गड्ढों को उक्त नयी तकनीक के माध्यम से भरा गया औऱ लगभग 2 घंटे के बाद ही ट्रैफिक को सुचारू किया गया। इस तकनीक को जियो पॉलीमर के नाम से जाना जाता हैं जो की पूरी तरह से पर्यावरण हितेषी हैं।
परिहार ने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से कम समय में ही सड़कों पर होने वाले गड्ढों को भरा जा सकता हैं। उदयपुर की नेचुरल सिमेको प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की यह तकनीक जिसे जियो पॉलिमर के नाम से जाना जाता हैं इस तकनीक में ग्रीन सीमेंट का उपयोग किया जाता हैं जो कि पूरी तरह से तराई मुक्त हैं। ये पदार्थ पूरी तरह से इको फ्रेंडली अर्थात इसका पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता हैं।
उन्होंने बताया कि सामान्य तकनीक से गड्ढो की मरम्मत में समय लगता हैं जिससे आम जनता को गर्मी में ट्रैफिक की समस्या का भी सामना करना पड़ता हैं लेकिन इस तकनीक में कम समय में ही गड्ढो को भरकर ट्रैफिक को सुचारू किया जाता हैं क्योंकि इसमे तराई की ज़रूरत नहीं होती और इसमे सीमेंट जल्दी सुख जाता हैं। इस तकनीक में पानी का उपयोग भी कम होता हैं। सबसे महत्वपूर्ण की यह बहुत मजबूत होता हैं औऱ लंबे समय तक ख़राब नहीं होता हैं।
उन्होंने बताया कि हमारी कम्पनी बहुत समय से राजस्थान सरकार के साथ काम कर रही हैं तथा भीलवाड़ा में पहला पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था और आगे भी इस तरीके से राज्य व देश के अन्य शहर में काम किया जाएगा। जिससे आम जनता को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।