
राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती 2021 को रद्द किए जाने के फैसले के बाद, ट्रेनिंग कर चुके कईं कैंडिडेट्स ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से डबल बेंच में उनका साथ देने की अपील की है। कैंडिडेट्स का कहना है कि यह फैसला उन लोगों के साथ अन्याय है जिनकी कोई गलती नहीं थी।
कैंडिडेट्स का दर्द और मांग: प्रदर्शनकारी कैंडिडेट्स का कहना है कि वे इस फैसले को किसी भी सूरत में सही नहीं मानते। उनका कहना है कि अगर कुछ लोग गलत थे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन पूरी भर्ती को रद्द कर देना गलत है।
- हरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया, “हम इस निर्णय के खिलाफ डबल बेंच में जाएंगे और सरकार से हमारा साथ देने की मांग करते हैं।”
- राजकुमार पूनिया ने अपने एक रिश्तेदार का हवाला देते हुए कहा, “पुरानी नौकरी छोड़कर आए थे, अब नई नौकरी की तैयारी कैसे करेंगे? यह बहुत दुख की बात है। सरकार को इनके साथ न्याय करना चाहिए।”
- इंद्र सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा, “जब एग्जाम में धांधली की एफआईआर हुई थी, तो फिर क्यों फिजिकल, इंटरव्यू और ट्रेनिंग करवाई गई? एक दिन की पढ़ाई छूट जाए तो सात दिन पीछे हो जाते हैं। हम चार साल पीछे हो गए हैं। अब नई भर्ती की तैयारी कैसे करेंगे? हमारी उम्र भी हो गई है।”
- एक महिला कैंडिडेट ने भी अपनी बात रखी, “यह 859 पदों की भर्ती थी, लेकिन केवल 68 लोगों को पकड़ा गया। बाकियों का क्या होगा? कोर्ट का काम न्याय करना है, तो सबके साथ न्याय होना चाहिए। यह कौन सा न्याय है?”
कैंडिडेट्स को उम्मीद है कि डबल बेंच में उनके साथ न्याय होगा और सरकार भी उनका साथ देगी। यह देखना बाकी है कि सरकार और RPSC इस मामले पर क्या रुख अपनाते हैं।