87 रक्तवीरो ने रक्तदान किया
पल पल राजस्थान / महावीर व्यास

उदयपुर। क्षत्रिय महासभा के प्रवक्ता रणवीर सिंह जोलावास ने बताया कि महाराणा प्रताप जयंती साप्ताहिक समारोह के अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा मेवाड़, कृष्ण कल्याण संस्थान एवं महादेव सेना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित रक्तदान शिविर में 87 रक्त वीरों ने रक्तदान कर समाज में सेवा और समर्पण की अद्वितीय मिसाल पेश की। शिविर की शुरुआत प्रातः 9 बजे महाराणा प्रताप को पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलन के साथ की गई। रक्तदान में सभी समाजवर्ग ने अपनी भागीदारी रखी तथा रक्तदान के लिए अनेक प्रेरक उदाहरण देखने को मिले । दिव्यांग प्रताप भक्त लोकेश चौधरी ने अपने दोनों हाथ न होने अपनी जांघों से रक्त देने की बात कही । शिविर में नवदंपति, भाई बहन तथा मित्रों के समूह ने एक साथ रक्तदान कर प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किए ।
जिलाध्यक्ष यादवेंद्र सिंह रलावता ने रक्तदान के लाभों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि रक्तदान से शरीर में नया रक्त बनता है, जिससे रक्त संचार प्रणाली और हृदय स्वस्थ रहता है। आयरन की मात्रा संतुलित रहती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। दूसरों की जान बचाने का आत्म-संतोष आत्म-गौरव को बढ़ाता है और सकारात्मक सोच को जन्म देता है । महामंत्री हेमेंद्र सिंह दवाणा ने बताया रक्तदान से समाज में भाईचारे और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलता है। रक्तदान करने से महंगी रक्त जांचें (जैसे HIV, हेपेटाइटिस B और C, मलेरिया, सिफलिस) निःशुल्क हो जाती हैं, जिससे हजारों रुपये के मेडिकल चेकअप्स की बचत होती है। रक्तदान करने से मंगल ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा जागृत होती है। मंगल हमारे शरीर में रक्त, मांसपेशियां, साहस और पराक्रम का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल मजबूत होने पर भाइयों में प्रेम और भाईचारे की भावना भी बढ़ती है।
रक्तदान शिविर में भाजपा पूर्व देहात जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान, माया बहन, संगीता कंवर कोठरियां, संयोजक प्रेम सिंह शक्तावत, कमलेंद्र सिंह पंवार, चतर सिंह राठौड़, प्रदीप रवानी, यशवर्धन राणावत जीवाणा, अजय सिंह पहल, ज्योत्सना झाला, नाहर सिंह झाला, रक्तवीर रविन्द्र कप्पू, रणधीर सिंह चंदेला, भानु प्रताप सिंह थाणा, कोषाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह भाटी, पुष्पराज सिंह शक्तावत, सतपाल सिंह डोडिया, उदय सिंह शक्तावत, इंद्र सिंह जी जोलावास, महिप सिंह झाला, चंद्रवीर सिंह दातडा, नरेंद्र सिंह शेखावत, रिपुदमन सिंह राठोड़, शिवदान सिंह जोलावास, सोमेंद्र सिंह सोलंकी, गिरिराज सिंह चुंडावत, हेमेंद्र सिंह चुंडावत, नवल सिंह जूड, विक्रम सिंह चंदेला, सुदर्शन सिंह कारोही, दीनदयाल सिंह शक्तावत, फतह सिंह सेमारी, अजय सिंह खींची, सतवीर सिंह, रामचंद्र सिंह सारंगदेवोत, विजेता सालवी, प्राची सालवी, किशोर सिंह शेखावत, कुंदन मुरोली, महेंद्र सिंह पाखंड आदि अतिथि उपस्थित रहे।